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पति ने दिया तीन तलाक, निगमकर्मी ने थामा हाथ

मुस्लिम महिला के पति द्वारा तीन तलाक देकर उसका उत्पीड़न करने की घटना ने एक नगर निगम के दलित कर्मचारी रको झकझोर कर दिया। पति के कहर से बचाने के लिए दलित युवक ने महिला का हाथ थाम कर उसके साथ मंदिर में शादी रचा ली। महिला ने अपने साथ अपने दो बच्चों का भी धर्म परिवर्तन करा दिया। धर्म परिवर्तन से नाराज महिला के भाई ने पांच दिन पहले खुर्जा से उसके दोनों बच्चों का अपहरण कर लिया। थाना स्तर पर कार्रवाई न होने पर पीड़िता ने महिला कल्याण विभाग में शिकायत की है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 26 Feb 2020 09:10 PM (IST)Updated: Thu, 27 Feb 2020 06:04 AM (IST)
पति ने दिया तीन तलाक, निगमकर्मी ने थामा हाथ
पति ने दिया तीन तलाक, निगमकर्मी ने थामा हाथ

हसीन शाह, गाजियाबाद : तीन तलाक देकर महिला की उत्पीड़न की घटना ने नगर निगम के एक कर्मचारी को झकझोर कर दिया। पति के जुल्म से बचाने के लिए दलित युवक ने महिला का हाथ थाम कर उसके साथ मंदिर में शादी रचा ली। महिला ने अपने साथ अपने दो बच्चों का भी धर्म परिवर्तन करा दिया। धर्म परिवर्तन से नाराज महिला के भाई ने पांच दिन पहले खुर्जा से उसके दोनों बच्चों को जबरन ले आया। थाना स्तर पर कार्रवाई न होने पर पीड़िता ने महिला कल्याण विभाग में गुहार लगाई है।

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विजय नगर निवासी रुकसार (अब लक्ष्मी) का निकाह पांच साल पहले विजय नगर के डबल टंकी के पास रहने वाले अब्बास के साथ हुआ था। दोनों के चार व तीन वर्षीय दो बच्चे हैं। आरोप है कि शादी के बाद पति ने महिला के साथ मारपीट करनी शुरू कर दी। एक साल पहले पति ने तीन तलाक देकर घर उसे छोड़ने को कहा। मगर महिला ने घर नहीं छोड़ा। घर से नहीं जाने पर नाराज पति रोज उसके साथ मारपीट करता था। महिला के घर पर रोज नगर पालिका की गाड़ी कूड़ा उठाने आती थी। बुलंदशहर निवासी दलित गाड़ी चालक रोहताश आए दिन पिटाई के कारण महिला की चीखने और रोने की आवाज सुनता था। एक दिन पति महिला को पीट रहा था। इस दौरान रोहताश की कूड़े की गाड़ी उसके घर पहुंची। महिला की चीखने की आवाज सुनकर रोहताश उसके घर में घुस गया और उसे पीटने से बचाया। आरोपित के कहर से बचने के लिए महिला ने चालक के साथ रहने की इच्छा जताई। रोहताश महिला व उसके दोनों बच्चों को अपने साथ बुलंदशहर के खुर्जा ले गया। यहां महिला ने धर्म बदलकर उसके साथ मंदिर में शादी रचा ली। अपना नाम रुकसार से बदलकर लक्ष्मी रख लिया। महिला ने मांग में सिदूर भरकर साड़ी पहननी शुरू कर दी। दोनों पति-पत्नी खुर्जा के कालिदीकुंज कालोनी में किराये के मकान में रह रहे हैं। यहां पर महिला ने एक माह पहले ही एक बेटे को भी जन्म दिया। विजय नगर थाना प्रभारी नागेंद्र चौबे ने बताया कि मामला खुर्जा थाना क्षेत्र से जुड़ा है, शिकायत मिलने पर जांच की जा रही है।

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घर वालों का विरोध

धर्म परिवर्तन करना महिला के स्वजनों को रास नहीं आया। उधर, पति भी बच्चों के धर्म बदलने के कारण उन्हें लाने की कोशिश करने लगा। पांच दिन पहले महिला का भाई खुर्जा पहुंचा और घर के बाहर खेल रहे पहले पति को दोनों बच्चों का गाजियाबाद ले गया। महिला अपने बच्चों को लेने के लिए बुधवार को खुर्जा से गाजियाबाद अपने भाई के पास पहुंची। यहां भाई ने उसे जान से मारने की धमकी देकर भगा दिया। इसके बाद महिला ने विजय नगर थाने में शिकायत की। महिला एक घंटे तक थाने में रोती रही। पुलिस ने खुर्जा का मामला बताकर उसे भगा दिया। पीड़िता ने महिला कल्याण विभाग में न्याय की गुहार लगाई है।

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मैने धर्म से ज्यादा बेहतर जिदंगी को तवज्जो दी है। मैं आज उसके साथ हूं जो मेरी भावनाओं की कद्र करता है। मुझे धर्म बदलकर शादी करने का कोई अफसोस नहीं है। बस मेरे बच्चे कोई मुझे दिला दे। पुलिस मेरी नहीं सुन रही है।

लक्ष्मी पीड़िता महिला को कोर्ट में जाना चाहिए। महिला कल्याण विभाग इसमें कुछ नहीं कर सकता है। पीड़िता को तीन तलाक की शिकायत हमसे करने की बजाय अल्पसंख्यक कल्याण विभाग में करनी चाहिए।

-विकास चंद्रा, जिला प्रोबेशन अधिकारी


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