कोरोना को दें कैसे मात, घर-घर आशा बताएंगी सच्ची बात
कोरोना मात देने के लिए अब आशा घर-घर जाकर सच्ची बात बताएंगी। आशा कार्यकर्ताओं को स्वास्थ्य विभाग ने यह बडी जिम्मेदारी सौंपी है। इस संबंध में आदेश जारी कर दिया गया है। जिले में करीब सात सौ आशा कार्यकर्ता है। कोरोना के प्रति जन जागरण का जिम्मा घर-घर पहुँचने वाली आशा कार्यकर्ता उठाएंगी। इसके लिए शासन से आदेश मिलने के बाद मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डा. एनके गुप्ता ने जनपद के सभी एमओआईसी (मेडिकल आफिसर इंचार्ज) को इस संबंध में ट्रेनिग आयोजित करने के निर्देश दिए हैं। ट्रेनिग के दौरान आशा कार्यकर्ताओं को कोरोना के बारे में जानकारी दी जाएगी। उन्हें बताया जाएगा कि कोरोना संक्रमण कैसे फैलता है? इसके अलावा यह भी बताया जाएगा कि कोरोना संक्रमण से सबसे
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद : कोरोना मात देने के लिए अब आशा घर-घर जाकर सच्ची बात बताएंगी। आशा कार्यकर्ताओं को स्वास्थ्य विभाग ने यह जिम्मेदारी सौंपी है। जिले में करीब सात सौ आशा कार्यकर्ता है। कोरोना के प्रति जन जागरण का जिम्मा घर-घर पहुंचने वाली आशा कार्यकर्ता उठाएंगी। इसके लिए शासन से आदेश मिलने के बाद मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डा. एनके गुप्ता ने जनपद के सभी एमओआईसी (मेडिकल आफिसर इंचार्ज) को इस संबंध में ट्रेनिग आयोजित करने के निर्देश दिए हैं। ट्रेनिग के दौरान आशा कार्यकर्ताओं को कोरोना के बारे में जानकारी दी जाएगी। उन्हें बताया जाएगा कि कोरोना संक्रमण कैसे फैलता है? इसके अलावा यह भी बताया जाएगा कि कोरोना संक्रमण से सबसे ज्यादा खतरा किसे है?
अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी (एसीएमओ) डा. संजय अग्रवाल ने बताया आशा बहनों को ट्रेनिग के दौरान कोरोना संक्रमण से बचाव के उपाय भी बताए जाएंगे। इसके साथ ही यह भी बताया जाएगा कि कोरोना संक्रमित क्या करें और क्या न करें। ट्रेनिग के बाद आशा बहनें घर-घर जाकर और सामुदायिक स्तर पर बैठकों का आयोजन कर लोगों को कोरोना के बारे में जागरूक करेंगी। आशा बहनों की पहुंच दूर-दराज के क्षेत्रों में घर-घर तक होती है। इसलिए जन-जागरण के लिए यह सबसे अच्छा माध्यम हो सकती हैं।
निजी अस्पतालों में फ्लू/कोरोना कॉर्नर बनाने के निर्देश
मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया जनपद के सभी निजी अस्पतालों और नर्सिंग होम्स को अलग से फ्लू/कोरोना कॉर्नर बनाने के निर्देश दिए गए हैं। ऐसा इसलिए किया गया है ताकि इसका कोई भी मरीज अस्पताल या नर्सिंग होम में पहुंचने वाले अन्य मरीजों से अलग रहे। इसके लिए निजी अस्पताल मुख्य द्वार से अलग कोरिडोर बनाएंगे। फ्लू, जैसे जुकाम-बुखार के मरीज इस अलग कोरिडोर से ही अस्पताल में प्रवेश करेंगे और सीधे अपने डॉक्टर के पास पहुंचेंगे। इससे अस्पताल में मौजूद अन्य मरीजों और स्टाफ व चिकित्सक को फ्लू का संक्रमण होने का खतरा नहीं रहेगा।
आईसोलेशन के दिनों का मिलेगा वेतन
सीएमओ ने बताया लोग लंबी छुट्टी पर जाने से वेतन कटने के डर से आईसोलेशन में रहने से बचते हैं। शासन ने मामले की गंभीरता को समझते हुए नियोक्ता को आईसोलेशन के दौरान वेतन न काटने के आदेश जारी किए हैं। इस संबंध में सीएमओ की संस्तुति पर डीएम की ओर से संबंधित नियोक्ता को निर्देश जारी किए जाएंगे। इसके लिए आईसोलेशन में रहे व्यक्ति को सीएमओ ऑफिस में संपर्क करना होगा। एसी का प्रयोग न करने की अपील
सीएमओ ने नागरिकों से अपील की है कि कोरोना/फ्लू के संक्रमण से बचने के लिए जरूरी है कि अभी कार या फिर घर में एसी इस्तेमाल न किया जाए। उनका कहना है कि अभी कम से कम एक माह तक एसी का इस्तेमाल न करें तो बेहतर रहेगा। पंखे का इस्तेमाल कर सकते हैं लेकिन एसी का इस्तेमाल करना खतरनाक हो सकता है।