हवा की तेज गति ने दिलाई राहत, उड़ा स्मॉग
हवा की तेज गति ने दिलाई राहत वायुमंडल से उड़ा स्मॉगहवा की तेज गति ने दिलाई राहत वायुमंडल से उड़ा स्मॉगहवा की तेज गति ने दिलाई राहत वायुमंडल से उड़ा स्मॉगहवा की तेज गति ने दिलाई राहत वायुमंडल से उड़ा स्मॉगहवा की तेज गति ने दिलाई राहत वायुमंडल से उड़ा स्मॉगहवा की तेज गति ने दिलाई राहत वायुमंडल से उड़ा स्मॉग
जागरण संवाददाता, साहिबाबाद :
गाजियाबाद के वायु प्रदूषण में तेज हवा चलने का असर सोमवार को देखने को मिला। इससे स्मॉग की चादर भी कम हो गई। वहीं ²श्यता भी पहले से बेहतर हो गई। दिन में सूरज के भरपूर दर्शन हुए और आसमान साफ नजर आया। रविवार को एयर क्वालिटी इंडेक्स 491 दर्ज किया गया था जो घटकर शाम चार बजे केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़े के अनुसार 446 दर्ज किया गया। वहीं, रात होते होते गाजियाबाद का एक्यूआइ 412 पहुंच गया।
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तेज हवा बनी मददगार :
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़े के अनुसार सोमवार को गाजियाबाद का एयर क्वालिटी इंडेक्स 440 रहा। इसमें रविवार के मुकाबले लगभग 51 अंक नीचे आ गया है। वहीं, गाजियाबाद के वसुंधरा प्रदूषण माप केंद्र का एक्यूआइ-412, इंदिरापुरम-407, संजय नगर-416 और लोनी का 419 दर्ज किया गया। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों के अनुसार हवा ने अपना असर दिखाया, रविवार देर रात से ही हवा की गति बढ़ गई थी और यह सोमवार शाम तक लगभग 19 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलती रही। शाम को हवा में फिर थोड़ी गति कम हुई और यह 10 किलोमीटर प्रति घंटे पर जा पहुंची। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों की मानें तो हवा की गति अगर 15 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से अधिक बनी रही तो मंगलवार को प्रदूषण से और राहत मिल सकती है। गाजियाबाद का पीएम-2.5 430 और पीएम-10 370 दर्ज किया गया, यह अभी एक्यूआइ मानकों से कई गुना अधिक प्रदूषित है लेकिन समॉग की चादर का असर कम होने के कारण थोड़ी राहत मिली है। उधर, डाबर तिराहे पर लगा प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड का डिस्प्ले बोर्ड खराब हो गया। अधिकारियों ने जल्द इसे ठीक करवाने का दावा किया है।
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अभी भी जारी है लापरवाही : प्रदूषण के बेहद खतरनाक स्तर पर पहुंच जाने के बावजूद भी नियम तोड़ने वालों पर सख्ती से नहीं निपटा जा रहा है। सोमवार को इंदिरापुरम में एक जुगाड़ पर सामान ले जा रहे दो युवकों का वाहन धुआं छोड़ रहा था जो वायु प्रदूषण को बढ़ा रहा है। साहिबाबाद के रामकिशन बिहार के निकट कूड़े के ढेर में आग लग जाने से घंटों तक धुआं उगलता रहा लेकिन ना तो मौके पर दमकल की गाड़ी पहुंची और ना ही स्थानीय लोगों ने आग बुझाने के लिए कोई प्रयास किया। इसके साथ ही साहिबाबाद में अभी कई जगह खुले में निर्माण सामग्री रखी हुई है और निर्माण कार्य बदस्तूर जारी है।
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यह करें उपाय
. खुले में कूड़ा और गंदगी ना जलाएं।
. वाहनों का जहरीला धुआं निकलने से रोकें।
. धूल व कूड़ा जहां पड़ा हो वहां पानी का छिड़काव अवश्य करें।
. प्रमुख मार्गो पर लगी हरियाली व ग्रीन बेल्ट में पानी का छिड़काव हो।
. सड़क किनारे लगने वाले ठेली, रेहड़ी और खान पान की दुकानों से कम से कम धुंआ उड़े।
. सड़कों की मशीनों से सफाई हो।
. डीजल जनरेटर पर प्रतिबंध लगे।
. 24 घंटे विद्युत आपूर्ति होनी चाहिए।
. धुआं फैलाने वाले भट्ठी व ईंट भट्टों पर कार्रवाई।