दिशा सूचक बोर्ड लगा होता तो नहीं होता हादसा
- बार्ड नहीं होने के कारण नहीं दिखाई दी गंगनहर जासं गाजियाबाद गंगनहर के पास मोड़
- बार्ड नहीं होने के कारण नहीं दिखाई दी गंगनहर जासं, गाजियाबाद :
गंगनहर के पास मोड़ पर चमकीली टेप लगा दिशा सूचक बोर्ड लगा होता हो हादसा नहीं होता। इस बोर्ड के न होने के कारण कार चालक को आगे गंगनहर और मोड़ होने का पता नहीं चल सका। इस कारण हादसा हो गया।
मसूरी में एनएच-नौ पर पुल के ऊपर से एक और पुल बना दिया गया है। यदि नीचे वाले पुल से दिल्ली की तरफ जाते हैं तो पुल पर चढ़ने से पहले दायी तरफ मुड़ना पड़ता है। इस बाबत चालकों को जानकारी देने के लिए चमकनी टेप लगा दिशा सूचक बोर्ड नहीं लगाया गया है। रात में यहां अंधेरा रहता है। यदि कोई पहली बार इस रोड पर यात्रा कर रहा है तो उसके लिए रात में यहां पर ज्यादा खतरा है। कार चला रहे पंकज ने बताया कि दिशा सूचक बोर्ड नहीं होने के कारण उन्हें पता नहीं चला कि किस ओर मुड़ना है। बोर्ड नहीं होने कारण वह सीधे गाड़ी चलाते गए और गंगनहर में कार जा गिरी। यदि दिशा सूचक बोर्ड होता तो वह सतर्क हो जाते।
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एक माह में दो बड़े हादसे
गंगनहर के पुल पर वाहन चालकों की सुरक्षा को लेकर पुख्ता इंतजाम नहीं किए गए हैं। 18 जुलाई को नाहल गांव के पास गंगनहर के पुल से एक कार गिर गई थी। हादसे में पिता-पुत्र की मौत हो गई थी, जबकि पुलिस ने एक महिला को बचा लिया था। नाहल पुल पर रेलिग नहीं होने के कारण हादसा हुआ था। हादसे के बाद सिचाई विभाग ने रेलिग के स्थान लकड़ी की बल्लियां बांध दी थी। बल्ली से भारी वाहन नहीं रुक सकती हैं। ऐसे में अभी भी यहां पर हादसे की आशंका बनी हुई है। इस हादसे को एक माह भी पूरा नहीं हुआ था कि फिर से यह एक और हादसा हो गया।