कारीगरों को दी जाएगी खास ट्रेनिग
जागरण संवाददाता गाजियाबाद लॉकडाउन के कारण जनपद लौटे कारीगर और दस्तकारों को विश्व
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद : लॉकडाउन के कारण जनपद लौटे कारीगर और दस्तकारों को विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना के तहत स्वरोजगार का मौका मिलेगा। जिला उद्योग केंद्र ने बताया कि शहरी व ग्रामीण क्षेत्र के स्थानीय दस्तकारों तथा पारंपरिक कारीगरों को इसका लाभ मिलेगा। उक्त योजना के तहत विभिन्न ट्रेड में 25-25 प्रशिक्षणार्थियों को कौशल वृद्धि के लिए छह दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा और प्रशिक्षण के बाद आधुनिक तकनीक पर आधारित उन्नत किस्म के टूल किट, 1500 रुपये मानदेय के साथ प्रमाण पत्र वितरित किए जाएंगे।
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ये लोग कर सकते हैं आवेदन
योजना में प्रशिक्षण के लिए शैक्षिक योग्यता अनिवार्य नहीं है। आवेदक उत्तर प्रदेश का मूल निवासी होना चाहिए तथा उसकी न्यूनतम आयु 18 वर्ष होनी चाहिए। आवेदक ने केंद्र सरकार या राज्य सरकार से पिछले दो वर्षो में टूलकिट के संबंध में कोई लाभ प्राप्त नहीं किया हो। योजना के अनुसार या उसके परिवार का कोई भी सदस्य केवल एक बार ही योजना के लिए आवेदन करने के लिए पात्र होंगे। योजना के तहत पात्रता मानदंडों को पूरा करने के लिए एक शपथ पत्र प्रस्तुत करना होगा।
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ऐसे करें आवेदन
योजना में पात्रता के लिए जाति एकमात्र आधार नहीं होगा, योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए ऐसे व्यक्ति भी पात्र होंगे। जो परंपरागत कारीगरी जाति से भिन्न हो ऐसे आवेदक परंपरागत कारीगरी से जुड़े होने के प्रमाण के रूप में प्रधान, नगर निकाय अध्यक्ष या वार्ड सदस्य द्वारा दिया गया प्रमाण पत्र प्रस्तुत करना आवश्यक है। उक्त योजना में आवेदन करने के इच्छुक व्यक्ति ऑनलाइन वेबसाइट स्त्रद्बह्वश्चद्वह्यद्वद्ग.ह्वश्चह्यस्त्रष्.द्दश्र1.द्बठ्ठ पर आवेदन कर सकते हैं। ------------
स्वरोजगार के लिए यह बेहतर मौका है। वित्तीय वर्ष 2020-21 में कुशल-अकुशल हस्तशिल्पियों, उद्यमियों व कारीगरों को एक जनपद एक उत्पाद के तहत भी इंजीनियरिग गुड्स में 10 दिवसीय प्रशिक्षण प्रदान कराया जाएगा। प्रशिक्षण के बाद 300 चयनित लाभार्थियों को टूलकिट, प्रमाण पत्र व मानदेय के रूप में दो हजार रुपये दिए जाएंगे। इसके लिए अधिकतम आयु 18 वर्ष से अधिक हो। ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।
- बीरेंद्र कुमार, उपायुक्त उद्योग