तीसरे दिन भी देश में सबसे प्रदूषित शहर रहा गाजियाबाद
गाजियाबाद और पानीपत बृहस्पतिवार को संयुक्त रूप से देश का सबसे प्रदूषित शहर रहा। दोनों शहरों का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआइ)- 291 दर्ज किया गया। वहीं गाजियाबाद में निर्माण कार्य चल रहा है। खुले में निर्माण सामग्री रखी हुई है। सड़कों से धूल उड़ रही है। प्रशासन की ओर से प्रदूषण की रोकथाम के लिए कोई ठोस कार्रवाई नहीं की जा रही है जिससे प्रदूषण के स्तर में गिरावट नहीं आ रही है।
जागरण संवाददाता, साहिबाबाद :
गाजियाबाद और पानीपत बृहस्पतिवार को संयुक्त रूप से देश का सबसे प्रदूषित शहर रहा। दोनों शहरों का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआइ) 291 दर्ज किया गया। वहीं, गाजियाबाद में निर्माण कार्य चल रहा है। खुले में निर्माण सामग्री रखी हुई है। सड़कों से धूल उड़ रही है। प्रशासन की ओर से प्रदूषण की रोकथाम के लिए कोई ठोस कार्रवाई नहीं की जा रही है, जिससे प्रदूषण के स्तर में गिरावट नहीं आ रही है।
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों की मानें तो हवा की रफ्तार में कमी आने तथा सड़कों पर वाहनों का दबाव से प्रदूषण का स्तर बढ़ा हुआ है। बृहस्पतिवार को गाजियाबाद के चारों वायु प्रदूषण स्टेशनों पर वायु गुणवत्ता सूचकांक सुबह से ही बेहद खराब स्तर में रहा। लोनी सबसे ज्यादा प्रदूषित इलाका रहा। वहीं, इंदिरापुरम में सबसे कम प्रदूषण रहा। प्रदूषण की रोकथाम के प्रदूषण फैलाने वाले वाहनों का चालान काटा जा रहा है। सड़कों पर पानी का छिड़काव व पेड़ों की धुलाई की जा रही है। इन कार्रवाई से प्रदूषण के स्तर में गिरावट नहीं आ रही है। प्रदूषित शहर एक्यूआइ
गाजियाबाद 291
पानीपत 291
गौतमबुद्ध नगर 249
हिसार 248 गाजियाबाद में प्रदूषण का स्तर :
स्टेशन एक्यूआइ
संजय नगर 314
वसुंधरा 276
इंदिरापुरम 249
लोनी 316