आठ हजार डिफाल्टरों पर 4.65 अरब से अधिक बकाया
जीडीए ने ओटीएस स्कीम के लिए डिफॉल्टरों की सूची तैयार की है जिसमें आठ हजार से अधिक डिफाल्टरों पर प्राधिकरण का करीब 4.65 अरब रुपया बकाया है। एकमुश्त समाधान योजना के तहत सूची तैयार कर शासन को भेजी गई है। इसमें सर्वाधिक तीन हजार से अधिक डिफाल्टर नंदग्राम के हैं जबकि सबसे कम एक कोयल एन्क्लेव का है।
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद : जीडीए ने ओटीएस स्कीम के लिए डिफाल्टरों की सूची तैयार की है। इसमें आठ हजार से अधिक डिफाल्टरों पर प्राधिकरण का करीब 4.65 अरब रुपया बकाया है। एकमुश्त समाधान योजना के तहत सूची तैयार कर शासन को भेजी गई है। इसमें सर्वाधिक तीन हजार से अधिक डिफाल्टर नंदग्राम के हैं, जबकि सबसे कम एक कोयल एन्क्लेव का है।
जीडीए ने कई वर्षों से विभिन्न आवासीय योजनाओं के तहत लोगों पर कई अरब की संपत्ति का बकाया है। प्राधिकरण ने डिफाल्टरों से वसूली के लिए एकमुश्त समाधान योजना (ओटीएस) आरंभ की है। इसके तहत शासन को करीब दो दर्जन आवासीय योजनाओं में डिफाल्टरों की सूची तैयार कर शासन को भेजी गई है। सर्वाधिक 3061 डिफाल्टर नंदग्राम के हैं, जबकि दूसरे नंबर पर तुलसी निकेतन में 1697 एवं तीसरे नंबर पर 1624 डिफाल्टर इंदिरापुरम के हैं। इनमें सर्वाधिक 190 करोड़ रुपये से अधिक इंदिरापुरम के डिफाल्टरों पर है। इसके अलावा बाल्मिकी कुंज, इंदिरा कुंज, उदय नगर, वैशाली, संजय नगर, मधुबन बापूधाम, प्रताप विहार, स्वर्ण जयंती पुरम, तुलसी निकेतन, कौशांबी, इंद्रप्रस्थ, शास्त्री नगर, यूपी बार्डर चिकमपुर आदि के 8294 डिफाल्टर शामिल हैं। इन पर प्राधिकरण का 4.65 अरब रुपये से अधिक का बकाया है। सभी बकाएदारों को प्राधिकरण ने नोटिस जारी करने के साथ ही संबंधित इलाकों में शिविर लगाकर ओटीएस के बारे में जानकारी दे रहे हैं कि वह आसान किस्तों में किस तरह अपना बकाया चुका सकते हैं। जीडीए में छह मार्च से इस योजना के लिए आवेदन करने के लिए जानकारी दी जा रही है।