शादी का विज्ञापन देकर 10 हजार की ठगी
गो¨वदपुरम से स्वर्णजयंतीपुरम में रहने वाली सुषमा शर्मा 47वीं वाहिनी पीएसी की चीफ फार्मासिस्ट के रूप में रिटायर हुई हैं। पति डा. जयगोपाल शर्मा होम्योपैथी डाक्टर हैं। वह बेटी निधि शर्मा की शादी के लिए लड़के की तलाश कर रही थीं। 12 अगस्त को एक अखबार में क्लासिफाइड विज्ञापन पर दिए गए नंबर पर उन्होंने काल की। उनके मुताबिक फोन उठाने वाले खुद की पहचान रिटायर्ड जज जयवीर शर्मा के रूप में बताई। कहा कि बेटा डा. अजय शर्मा मेरठ के प्यारेलाल अस्पताल में तैनात है। वॉट्सएप से फोटो भेजे तो कहा कि उन्हें लड़की पसंद है। 15 अगस्त को आरोपितों ने बताया कि वे हिमाचल प्रदेश के एक मंदिर में दर्शन के लिए जा रहे हैं।
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद : शादी के लिए ब्राह्मण लड़की की जरूरत का विज्ञापन देकर आनलाइन ठगी का मामला सामने आया है। कथित रिटायर्ड जज और उनके कथित डाक्टर बेटे ने हादसे का बहाना बनाकर दो बार खाते में 10700 रुपये ट्रांसफर करा लिए। इसके बाद लड़के ने बात करना बंद कर दिया। आरोप है कि तीन दिन बाद ही आरोपितों ने कायस्थ लड़की के लिए विज्ञापन दे दिया। पीड़िता की तहरीर पर कविनगर पुलिस ने करीब एक माह बाद रिपोर्ट दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
गो¨वदपुरम से स्वर्णजयंतीपुरम में रहने वाली सुषमा शर्मा 47वीं वाहिनी पीएसी की चीफ फार्मासिस्ट के रूप में रिटायर हुई हैं। पति डा. जयगोपाल शर्मा होम्योपैथी डाक्टर हैं। वह बेटी निधि शर्मा की शादी के लिए लड़के की तलाश कर रही थीं। 12 अगस्त को एक अखबार में क्लासिफाइड विज्ञापन पर दिए गए नंबर पर उन्होंने काल की। उनके मुताबिक फोन उठाने वाले खुद की पहचान रिटायर्ड जज जयवीर शर्मा के रूप में बताई। कहा कि बेटा डा. अजय शर्मा मेरठ के प्यारेलाल अस्पताल में तैनात है। वॉट्सएप से फोटो भेजे तो कहा कि उन्हें लड़की पसंद है। 15 अगस्त को आरोपितों ने बताया कि वे हिमाचल प्रदेश के एक मंदिर में दर्शन के लिए जा रहे हैं। 16 अगस्त को उन्हें एक नंबर से फोन आया। कॉलर ने खुद को पांवटा साहिब से एसएचओ राणा बताया और बताया कि रिटायर्ड जज के परिवार को बदमाशों ने लूट लिया है। उनकी गाड़ी तोड़ दी और मारपीट की। सभी अस्पताल में भर्ती हैं। आरोपित ने पीएनबी का खाता नंबर दिया और गाड़ी ठीक कराने के लिए पैसे भेजने को कहा। सुषमा ने 6500 व 4200 रुपये ट्रांसफर कर दिए। इसके बाद उक्त लोगों के सभी नंबर बंद हो गए, मगर अजय का नंबर चालू रहा। आरोप है उसने फोन उठाना बंद कर दिया। उसी नंबर से दिया दुबारा विज्ञापन
सुषमा ने बताया कि तीन दिन तक लगातार संपर्क के बाद आरोपितों ने फोन नहीं उठाया। 19 अगस्त को उसी अखबार में एक और विज्ञापन दिया गया था। कायस्थ लड़की के लिए दिए गए विज्ञापन में कथित अजय का ही नंबर पड़ा हुआ था। इसके बाद उन्हें ठगी का एहसास हुआ और कविनगर थाने में शिकायत की। सुनवाई नहीं हुई तो पीड़िता एसएसपी आफिस पहुंची। एसएसपी के आदेश पर शनिवार रात मामले में आरोपितों के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कर लिया। कविनगर एसएचओ के मुताबिक हरदोई के महात्मा गांधी मार्ग निवासी खुद को रिटायर्ड जज बताने वाले जयवीर शर्मा, डा. अजय शर्मा और एसएचओ राणा के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। मोबाइल नंबर के आधार पर आरोपितों की लोकेशन ट्रेस करने का प्रयास किया जा रहा है।
बिल्डर कंपनी के मॉडल को घर बताकर फंसाया
सुषमा ने बताया कि आरोपितों ने कई फोटो भेजे, जिनमें बेटी, दामाद, पोते व पोती के अलावा घर का भी फोटो भेजा, जोकि बेहद आलीशान दिख रहा था। घर के आगे लग्जरी गाड़ी भी खड़ी थी। ठगी का पता चलने के बाद उन्होंने खोजबीन की तो यह घर नहीं था, बल्कि बंगाल के एक बिल्डर द्वारा बनाई जा रही टाउनशिप में डुप्लेक्स हाउस के मॉडल का फोटो था। इतना ही नहीं, जिन लोगों के फोटो भेजे गए, वो भी इंटरनेट से उठाए गए हैं।