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पांच लाख के लोन का झांसा दे 67 हजार रुपये ठगे

पांच लाख रुपये का लोन दिलाने का झांसा देकर एक युवक से 67 हजार रुपये की ठगी का मामला सामने आया है। जोधपुर निवासी पीड़ित को एलआइसी की पॉलिसी के साथ सस्ती दरों पर लोन देने का प्रलोभन दिया गया था। उनसे गाजियाबाद के मालीवाड़ा स्थित केनरा बैंक की शाखा के एक खाते में रुपये मंगाए गए। स्थानीय पुलिस ने सुनवाई नहीं की तो पीड़ित ने आरबीआइ से गुहार लगाई और गाजियाबाद एसएसपी को भी शिकायत की। शनिवार को सिहानी गेट थाना पुलिस ने मामले में धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 07 Apr 2019 06:37 PM (IST)Updated: Sun, 07 Apr 2019 06:37 PM (IST)
पांच लाख के लोन का झांसा दे 67 हजार रुपये ठगे

जागरण संवाददाता, गाजियाबाद : पांच लाख रुपये का लोन दिलाने का झांसा देकर एक युवक से 67 हजार रुपये की ठगी का मामला सामने आया है। जोधपुर निवासी पीड़ित को एलआइसी की पॉलिसी के साथ सस्ती दरों पर लोन देने का प्रलोभन दिया गया था। उनसे गाजियाबाद के मालीवाड़ा स्थित केनरा बैंक की शाखा के एक खाते में रुपये मंगाए गए। स्थानीय पुलिस ने सुनवाई नहीं की तो पीड़ित ने आरबीआइ से गुहार लगाई और गाजियाबाद एसएसपी को भी शिकायत की। शनिवार को सिहानी गेट थाना पुलिस ने मामले में धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

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जोधपुर के रिद्धि सिद्धि नगर में रहने वाले पूनम सिंह राठौर एक्सपोर्ट कंपनी में कंप्यूटर आपरेटर हैं। चार नवंबर 2017 को उनके पास एक कॉल आई। कॉलर ने उन्हें पर्सनल लोन की पेशकश की। पूनम के मुताबिक उन्होंने मकान बनाया था, जिस कारण कुछ कर्ज हो गया था। इसे चुकाने को उन्होंने एक लाख रुपये का देने की बात कही। कॉलर ने सीबिल स्कोर अच्छा बता पांच लाख रुपये का लोन मिलने के बारे में बताया तो उन्होंने हां कर दिया। इसके बाद बताया गया कि एलआइसी की पॉलिसी करा लेंगे तो लोन की राशि पर सिर्फ 2.5 फीसद ही ब्याज वसूला जाएगा। लोन के लिए उन्होंने पॉलिसी की पहली प्रीमियम राशि के रूप में 21500 रुपये जमा करा दिए। बहानों पर बहाने बनाए

पैसे ट्रांसफर करने के बाद उन्हें कहा गया कि आपका जिस बैंक में खाता है उसकी क्रेडिट रेटिग अच्छी नहीं है। दो बार में उनसे 26 हजार रुपये और जमा कराए। इसके बाद पेनल्टी के रूप में 4200 रुपये और दूसरे राज्य में खाता होने का बहाना बना 15300 रुपये और जमा करा लिए। 67 हजार रुपये देने के बाद भी उनसे 18400 रुपये की और मांग की गई। इसे देने में खुद को असमर्थ बताया, जिसके बाद लोन देने से इन्कार कर दिया गया।

पत्नी के गहने गिरवी रख दिए

एलआइसी के प्रीमियम की पहली राशि देने के बाद पूनम के पास पैसे नहीं बचे थे। दूसरी बार में उन्होंने बेटे कुलदीप के साथ रुपये उधार लिए और 15,300 रुपये का इंतजाम पत्नी सुनीता के गहने गिरवी रखकर किया। इसी दौरान पत्नी के गुर्दे में पथरी हो गई। आपरेशन कराने के बाद सुनीता व पूनम दोनों ने ही कई बार उक्त नंबरों पर कॉल की। आरोपितों ने लोन की राशि खाते में डालने या उनके पैसे लौटाने से साफ इन्कार कर दिया। आरोपितों ने कहा कि उनके दिए सभी पैसे एनजीओ को दे दिया गया है। दो लड़कियों ने नाम हुई रिपोर्ट

पूनम के मुताबिक उन्हें हर बार लड़की ने ही कॉल की है। एक लोन देने और दूसरी बैंक अधिकारी बनकर उन्हें कॉल करती थी। एसएचओ सिहानी गेट संजय पांडे ने बताया कि पूजा शर्मा व प्रतिभा सिंह के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया गया है। रुपये मालीवाड़ा स्थित केनरा बैंक की शाखा में आरबी सर्विसेज के नाम से खुले खाते में ट्रांसफर किए गए हैं। उक्त खाते की डिटेल बैंक से मंगाई गई है। इसके आधार पर ही मामले में आगे की जांच की जाएगी।


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