10वीं पास चला रहा था ठगी का कॉल सेंटर, दो साथियों संग गिरफ्तार
इंदिरापुरम के ज्ञानखंड-2 में पिछले दो माह से 10वीं पास युवक लोगों से नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी का कॉल सेंटर चला रहा था। पीड़ितों की शिकायत पर इंदिरापुरम पुलिस ने तीन आरोपितों को गिरफ्तार किया है। आरोपित करीब 40 लोगों से तीन लाख की ठगी कर चुके हैं। तीन पहले आदित्य मॉल में चल रहे ठगी के कॉल सेंटर में कार्यरत थे। संचाक के पकड़ने जाने पर खुद का कॉल सेंटर खोला था।
जागरण संवाददाता, साहिबाबाद : इंदिरापुरम के ज्ञान खंड-2 में पिछले दो माह से 10वीं पास युवक लोगों को नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी का कॉल सेंटर चला रहा था। पीड़ितों की शिकायत पर इंदिरापुरम पुलिस ने तीन आरोपितों को गिरफ्तार किया है। पुलिस के अनुसार आरोपित अब तक करीब 40 लोगों से तीन लाख की ठगी कर चुके हैं। तीनों पहले आदित्य मॉल में चल रहे ठगी के कॉल सेंटर में कार्यरत थे। संचालक के पकड़े जाने पर खुद का कॉल सेंटर खोला था।
एएसपी रवि कुमार ने बताया कि आरोपितों की पहचान हनी, सौरभ और हेमंत कुमार निवासी प्रताप विहार, गाजियाबाद के रूप में हुई है। तीनों ज्ञान खंड-दो में डाइस कॉम नाम से फर्जी कॉल सेंटर चलाते थे। आरोपितों के पास से 11 मोबाइल, तीन लैपटॉप, पांच डेबिट कार्ड, एक कैलकुलेटर व दो रजिस्टर व अन्य सामान बरामद हुए हैं। आरोपित बेरोजगारों को नौकरी दिलाने के नाम पर ठगते थे। इसकी शिकायत एक पीड़ित ने पुलिस से की थी। शिकायत पर मंगलवार रात पुलिस ने तीनों आरोपितों को ज्ञान खंड-2 से गिरफ्तार किया। अच्छी नौकरी का झांसा देते थे
एएसपी ने बताया कि गिरफ्तार आरोपित नौकरी दिलाने वाली साइटों से युवाओं के बायो डाटा उठाते थे। उनकी योग्यता के अनुसार उन्हें बड़ी-बड़ी कंपनियों में अच्छे वेतन पर नौकरी देने का झांसा देते थे। रजिस्ट्रेशन, सत्यापन के नाम पर लोगों से खातों में तीनों आरोपित रुपये डलवाते थे। आरोपितों ने सफाई कर्मचारी के भी नाम से खाते खोल रखे थे। आरोपितों के पास से कुल पांच खाते मिले हैं। उनकी जांच की जा रही है। पहले भी ठगी के कॉल सेंटर में करते थे काम
गिरफ्तार आरोपित हनी गिरोह का सरगना है। हनी ने पुलिस पूछताछ में बताया कि तीन माह पूर्व वह आदित्य मॉल में चल रहे एक ठगी के कॉल सेंटर में सौरभ और हेमंत के साथ नौकरी करता था। कॉल सेंटर का मालिक नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी के आरोप में पकड़ा गया था। इसके बाद हनी ने सौरभ और हेमंत के साथ मिलकर खुद का कॉल सेंटर खोल लिया। इसके बाद उसने नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करनी शुरू कर दी।