दुबई में नौकरी के सपने दिखा लाखों रुपये की ठगी
जागरण संवाददाता गाजियाबाद कतर से नौकरी कर लौटे शख्स ने दोस्त संग मिलकर गांव के चार लोगों को दुबई में नौकरी के सपने दिखाकर करीब साढ़े चार लाख रुपये ठग लिए। पीड़ित चाचा व भतीजे ने आरोपितों के खिलाफ थाना मधुबन बापूधाम में धोखाधड़ी अमानत में खयानत मारपीट हत्या की धमकी देने षड्यंत्र रचने और फर्जीवाड़े की धाराओं में अलग-अलग रिपोर्ट दर्ज कराई हैं।
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद: कतर से नौकरी कर लौटे शख्स ने दोस्त संग मिलकर गांव के चार लोगों को दुबई में नौकरी के सपने दिखाकर करीब साढ़े चार लाख रुपये ठग लिए। पीड़ित चाचा व भतीजे ने आरोपितों के खिलाफ थाना मधुबन बापूधाम में धोखाधड़ी, अमानत में खयानत, मारपीट, हत्या की धमकी देने, षड्यंत्र रचने और फर्जीवाड़े की धाराओं में अलग-अलग रिपोर्ट दर्ज कराई हैं। एग्रीमेंट दिखाकर फंसाया : भिक्कनपुर निवासी वकील मलिक ने बताया कि गांव निवासी सोनू कतर में पांच साल तक नौकरी करने के बाद बीते साल कोरोना महामारी को लेकर लागू लाकडाउन में गांव लौटा था। पड़ोस में रहने वाले असीम अली उर्फ हासिम सैफी ने वकील से दुबई में नौकरी लगवाने की बात कही। उसने सोनू से बात कराई। सोनू ने 1.10 लाख रुपये का खर्च बताया। वकील व उनके भतीजे आरिफ ने आरोपितों को 2.20 लाख रुपये दे दिए। वकील को दुबई की कंपनी में मैकेनिकल इंजीनियर के पद पर तीन हजार दिरहम (संयुक्त अरब अमीरात की करंसी) और आरिफ को चालक के पद पर 1,800 दिरहम प्रतिमाह के वेतन पर लगवाने की बात की। साथ ही कंपनी के साथ उनके नाम पर तैयार एग्रीमेंट भी दिखाया। अपनों को भी नहीं छोड़ा : वकील के मुताबिक, आरोपितों ने अपने रिश्तेदार सुहैब और बोनू को भी इसी तरह झांसे में लिया। चारों ने पासपोर्ट बनवाया, जिसके बाद आरोपित ने वीजा के दस्तावेज और दुबई की फ्लाइट की टिकट और होटल में ठहरने की बुकिग की रसीद दी। दो-तीन बार टिकट रद होने की बात कही। अक्टूबर, 2020 में अलग-अलग दिन चारों टिकट के साथ इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पहुंचे तो वहां टिकट फर्जी बताया गया। पता चला कि सोनू ने उन्हें रद टिकट दिया था। पड़ताल करने पर वीजा भी फर्जी निकला।
पुलिस बोली, आपस में निपट लो : वकील का आरोप है कि पैसे लौटाने को कहा तो आरोपितों ने उनसे मारपीट की और हत्या की धमकी दी। थाना मधुबन बापूधाम में शिकायत दी तो पुलिसकर्मियों ने कहा कि एक ही गांव के हो। आपस में निपट लो। जनवरी 2021 में एसएसपी कार्यालय में शिकायत दी, लेकिन सुनवाई नहीं हुई। परेशान होकर वकील व आरिफ ने कोर्ट में गुहार लगाई। कोर्ट के आदेश पर अब पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है।