चार लॉकडाउन और गाजियाबाद जिला प्रशासन के चार अनोखे फैसले
गाजियाबाद [सिद्धार्थ श्रीवास्तव] गाजियाबाद जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के फैसले अब लोगों पर भारी पड़
गाजियाबाद [सिद्धार्थ श्रीवास्तव]
गाजियाबाद जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के फैसले अब लोगों पर भारी पड़ने लगे हैं। लॉकडाउन—1 से लेकर लॉकडाउन—4 तक जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग ने कई ऐसे फैसले लिये जो लोगों के लिए मुसीबत भरे रहे। ताजा मामला लॉकडाउन—4 में फिर से गाजियाबाद से लगी दिल्ली की सीमा को सील किए जाने का है। एक ओर जहा लोग कोरोना की दहशत के बीच थोड़ी राहत की उम्मीद कर रहे थे, वहीं ऐसे फैसलों से लगता है कि जिला अभी लॉकडाउन—1 की दहशत में जी रहा है। आइए नजर डालते हैं गाजियाबाद जिला प्रशासन के चंद ऐसे ही फैसलों पर 1—मेडिकल स्टाफ को एंट्री न देने का फरमान
स्वास्थ्य विभाग के सुझाव पर जिला प्रशासन ने एक ऐसा फरमान जारी कर दिया जो उसी के गले की फास बन गया। जिलाधिकारी ने सुझाव दिया कि दिल्ली में कार्यरत जिले के निवासी चिकित्सक एवं मेडिकल स्टाफ गाजियाबाद न आए, बल्कि वहीं ठिकाना तलाश ले। यह निर्देश, सुझाव जब नगर आयुक्त के पास पहुंचा तो उन्होंने सभी सोसायटियों को इस आशय के पत्र जारी कर दिए। इस पर इंडियन मेडिकल एसोसिएशन और अन्य संगठनों ने कड़ा ऐतराज जताया। मामला जब तूल पकड़ने लगा तो मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने खेद प्रकट कर कहा कि उनका यह आशय नहीं था।
2—शराब की दुकानें नहीं खोलीं
लॉकडाउन—3 की शुरुआत में जब शराब की दुकानें खोलने का फैसला हुआ तो गाजियाबाद जिला प्रशासन तुरंत इस पर कोई निर्णय लेने की स्थिति में नहीं था। जब दिल्ली, नोएडा, हरियाणा में शराब की दुकानें खुलनी शुरू हुईं तो भी जिला प्रशासन ने दुकानें खोलने से हाथ खड़े कर लिये थे। हालाकि बाद में दुकाने खोलने का निर्णय लिया गया। तब प्रशासन के इस निर्णय की सराहना भी हुई कि कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए प्रशासन ने यह सही फैसला लिया है। 3—दुकानें खोलने पर देर से लिया फैसला
लॉकडाउन—4 की शुरुआत 18 मई से हो गई। इस अवधि में कई राज्यों, शहरों ने य?थासंभव दुकानें खोलकर जनजीवन सामान्य कर यह संदेश देने की कोशिश की कि कोरोना के साथ पूरी सावधानी के साथ जीवन जीना सीख लें। उत्तर प्रदेश के कई शहरों में दुकानें खोल दी गईं, लेकिन गाजियाबाद में दुकान खुलने को लेकर लंबी कवायद चली। प्लान तैयार होते रहे और अंतत: हुआ कमोबेश वही जो फॉर्मूला प्रदेश के अन्य शहरों में अपनाया गया है। लॉकडाउन—4 में अब सिर्फ 6 दिन बचें हैं। जिला प्रशासन ने करीब आठ दिन इस कवायद में बिता दिए कि दुकानें कब, कैसे, क्यों, कहा खुलेंगी।
4—दिल्ली बॉर्डर फिर से सील
लॉकडाउन—4 में जब मंगलवार से गाजियाबाद शहर की दुकानें खुलनी शुरू होंगी तो दिल्ली की सीमा व्यापारियों के लिए बंद होगी। उन्हें माल खरीदने के लिए दिल्ली जाने की छूट नहीं होगी। दो माह से बंद पड़ी दुकानों में ?मौसम के अनुकूल बिक्री के सामान उनके पास नहीं हैं। इस सीमाबंदी का असर मेडिकल स्टाफ के साथ ही हजारों उन कíमयों पर पड़ेगा जो दिल्ली में केंद्रीय या राज्य सरकार की सेवाओं के लिए जाते हैं। हर वर्ग का यही सवाल है कि जिला प्रशासन आखिर ऐसे कदम क्यों उठा रहा है।