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सरकारी योजनाओं के लाभ से वंचित दिव्यांगों की गांव-गांव होगी तलाश

जागरण संवाददाता गाजियाबाद जिले में बड़ी संख्या में ऐसे दिव्यांग हैं जिनको सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है। विभाग को इन दिव्यांगों के बारे में जानकारी नहीं है। ऐसे में जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह के निर्देश पर अब जिले के प्रत्येक गांव और मोहल्लों में जाकर अधिकारी दिव्यांगों के बारे में जानकारी जुटाएंगे जिससे उनको योजनाओं का लाभ दिलाया जा सके।

By JagranEdited By: Published: Fri, 30 Jul 2021 06:43 PM (IST)Updated: Fri, 30 Jul 2021 06:43 PM (IST)
सरकारी योजनाओं के लाभ से वंचित दिव्यांगों की गांव-गांव होगी तलाश
सरकारी योजनाओं के लाभ से वंचित दिव्यांगों की गांव-गांव होगी तलाश

जागरण संवाददाता, गाजियाबाद: जिले में बड़ी संख्या में ऐसे दिव्यांग हैं, जिनको सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है। विभाग को इन दिव्यांगों के बारे में जानकारी नहीं है। ऐसे में जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह के निर्देश पर अब जिले के प्रत्येक गांव और मोहल्लों में जाकर अधिकारी दिव्यांगों के बारे में जानकारी जुटाएंगे, जिससे उनको योजनाओं का लाभ दिलाया जा सके।

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जिला दिव्यांगजन कल्याण अधिकारी सुधीर कुमार ने बताया कि जो दिव्यांगजन अब तक पात्र होते हुए भी सरकारी योजनाओं का लाभ लेने से वंचित हैं, उनको लाभ दिलाया जाएगा। इसके लिए जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह के निेर्देश पर जिले में कुल दिव्यांगों की सूची गांव, सोसायटी और मोहल्लावार तैयार कराई जाएगी। पार्षद और प्रधान की मदद ली जाएगी: दिव्यांगों की तलाश में पार्षद व प्रधानों की मदद ली जाएगी। खंड विकास अधिकारी सभी ग्राम पंचायतों में सचिव व प्रधान की मदद से दिव्यांगों की सूची तैयार करेंगे। यह सूची जिला दिव्यांगजन कल्याण अधिकारी को दी जाएगी। बनवाया जाएगा प्रमाणपत्र: शासन की मंशा है कि जिले में कोई भी दिव्यांगजन सरकारी योजनाओं के लाभ से वंचित न रहे। इसके लिए दिव्यांगों की तलाश कर उनका दिव्यांगता प्रमाणपत्र बनवाया जाएगा। दिव्यांगता प्रमाणपत्र मिलने के बाद उनको सरकार से दी जा रही आर्थिक मदद दिलाई जाएगी। सिर्फ दिव्यांगजन विभाग ही नहीं अन्य विभागों की जिस योजना का लाभ लेने के लिए दिव्यांगजन पात्र मिलेंगे, उनको उस योजना का लाभ दिलाया जाएगा। खासतौर पर सभी दिव्यांगों का गोल्डन कार्ड बनवाने की तैयारी है, ताकि वे जरूरत पर पांच लाख रुपये का उपचार भी अस्पताल से निश्शुल्क करा सकें।


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