फर्जी फूड लाइसेंस बनाने वाले गिरोह का भंडाफोड़, दो दबोचे
जागरण संवाददाता साहिबाबाद दिल्ली-एनसीआर में फर्जी फूड लाइसेंस बनाने वाले गिरोह का शुक्रव
जागरण संवाददाता, साहिबाबाद: दिल्ली-एनसीआर में फर्जी फूड लाइसेंस बनाने वाले गिरोह का शुक्रवार को भंडाफोड़ हुआ है। दुकानदार की सूचना पर पहुंचे खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग की टीम ने सरगना सहित दो आरोपितों को दबोच कर पुलिस के हवाले किया। पुलिस उनसे पूछताछ कर रही है।
लाजपत नगर में धीरज सिंह की हरिसन बेकरी एंड डेयरी के नाम से दुकान है। शुक्रवार शाम करीब चार बजे लोनी निवासी मुशाहिद अली दुकान पर पहुंचा। खुद को खाद्य निरीक्षक बताते हुए उनसे लाइसेंस मांगा। लाइसेंस नहीं होने पर कार्रवाई से बचाने के नाम पर 21 सौ रुपये मांगे। उन्हें उस पर शक हुआ। उसे बातों में उलझाए रखा और खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग के अधिकारियों को फोन किया। सूचना मिलते ही विभाग की टीम मौके पर पहुंची। टीम ने बताया कि मुशाहिद का विभाग से कोई लेना देना नहीं है। इस बीच गोविदपुरम निवासी सौरभ भारद्वाज भी पहुंच गया। उसने बताया कि वह मुशाहिद का मालिक है। टीम ने उसे भी दबोच लिया। पुलिस को बुलाकर दोनों को सौंप दिया गया। धीरज सिंह ने इसकी साहिबाबाद थाने में लिखित शिकायत दी है। थाना प्रभारी निरीक्षक विष्णु कौशिक ने बताया कि तहरीर के आधार पर आरोपितों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई है।
सौरभ है सरगना: मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी एनएन झा ने बताया कि पूछताछ में पता चला है कि सौरभ भारद्वाज ही फर्जी लाइसेंस बनाने का गिरोह चला रहा था। वह सही लाइसेंस की कापी करता है। फोटोशाप के माध्यम से उसमें नाम, पता व अन्य विवरण बदलकर दुकानदारों को देता है। गिरोह दिल्ली-एनसीआर में काफी दिनों से सक्रिय था। इसकी भनक लगने पर दुकानदारों को जागरूक किया गया था। उन्हें विभागीय अधिकारियों का नंबर दिया गया है। उन्हीं नंबरों पर संपर्क कर दुकानदार ने आरोपितों को पकड़वाया है। इसके पहले भी यहां से एक फर्जी खाद्य निरीक्षक पकड़ा जा चुका है।