नशामुक्ति के लिए लोगों को समझाया
जासं गाजियाबाद एमएमजी अस्पताल में बुधवार को नशा मुक्ति के लिए लोगों की काउंसलिग की गई। लोगों को बताया कि किस तरह से धूम्रपान एक व्यक्ति और उसके परिवार की खुशियों को बर्बाद कर देता है। इस अवसर पर लोगों को नशा मुक्त के लिए दवाई भी दी गई। डॉ. दिनेश वालीगा ने बताया कि नशे के आदि लोगों को अस्पताल में बुलाकर नशा मुक्ति के लिए रोज दवाई दी जाती है। माह में एक बार नशे के आदि लोगों की काउंसलिग भी की जाती है। छह माह में लोग पूरी तरह से नशा करना छोड़ देते हैं। काउंसलर ममता माया चैरिटेबल ट्रस्ट की अध्यक्ष ममता गुप्ता ने बताया कि कुछ लोग नशा मुक्ति के लिए खुद आते हैं तो कई को परिवार वाले लेकर आते हैं। अस्पताल में दवाई और काउंसलिग से सैंकड़ो लोग नशे की लत छोड़ चुके हैं। नशा की लत छुटी कि नहीं इसकी जानकारी के लिए परिवार वालों से फीडबैक भी लिया जाता है। काउंसलिग के दौरान डॉ. शील डॉ. किरण गर्ग और राकेश गुप्ता सहित अन्य मौजूद रहे। --- दीपा शर्मा
जासं, गाजियाबाद : एमएमजी अस्पताल में बुधवार को नशा मुक्ति के लिए लोगों की काउंसलिग की गई। लोगों को बताया कि किस तरह से धूमपान एक व्यक्ति और उसके परिवार की खुशियों को बर्बाद कर देता है। इस अवसर पर लोगों को नशा मुक्त के लिए दवाई भी दी गई।
डॉ. दिनेश वालीगा ने बताया कि नशे के आदी लोगों को अस्पताल में बुलाकर नशा मुक्ति के लिए रोज दवाई दी जाती है। माह में एक बार नशे के आदि लोगों की काउंसलिग भी की जाती है। छह माह में लोग पूरी तरह से नशा करना छोड़ देते हैं। काउंसलर ममता माया चैरिटेबल ट्रस्ट की अध्यक्ष ममता गुप्ता ने बताया कि कुछ लोग नशा मुक्ति के लिए खुद आते हैं तो कई को परिवार वाले लेकर आते हैं। अस्पताल में दवाई और काउंसलिग से सैकड़ों लोग नशे की लत छोड़ चुके हैं। नशे की लत छूटी कि नहीं इसकी जानकारी के लिए परिवार वालों से फीडबैक भी लिया जाता है। काउंसलिग के दौरान डॉ. शील, डॉ. किरण गर्ग और राकेश गुप्ता रहे।