600 करोड़ खर्च कर सुधरेंगे जनपद में बिजली के हालात
जागरण संवाददाता गाजियाबाद आंधी-बारिश और ओवरलोड से होने वाले फाल्ट के कारण बिजली संकट को 600 करोड़ रुपये खर्च कर सुधारा जाएगा। केंद्र सरकार की पुर्नोत्थान वितरण क्षेत्र योजना के तहत इसके लिए सर्वे किया गया है जिसमें जनपद के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में नए बिजलीघरों का निर्माण जर्जर विद्युत लाइन बदलने उपकेंद्रों के अपग्रेड किए जाएंगे।
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद : आंधी-बारिश और ओवरलोड से होने वाले फाल्ट के कारण बिजली संकट को 600 करोड़ रुपये खर्च कर सुधारा जाएगा। केंद्र सरकार की पुर्नोत्थान वितरण क्षेत्र योजना के तहत इसके लिए सर्वे किया गया है, जिसमें जनपद के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में नए बिजलीघरों का निर्माण, जर्जर विद्युत लाइन बदलने, उपकेंद्रों के अपग्रेड किए जाएंगे।
पुर्नोत्थान वितरण क्षेत्र योजना के तहत विद्युत निगम के अधिकारियों ने सर्वे किया। जनपद के ग्रामीण क्षेत्र डासना, मुरादनगर, मोदीनगर और लोनी समेत अन्य इलाकों में विद्युत आपूर्ति बेहतर होगी। इसके अलावा नए कृषि फीडर का लाभ उपभोक्ताओं को मिलेगा। योजना के तहत लाइनलोस कम करने के लिए जनपद में कवर्ड लाइन डाली जाएंगी। इससे तार डालकर बिजली चोरी करने वालों पर भी लगाम लगेगी। जनपद में 39 नए बिजलीघर, लगेंगे 3674 ट्रांसफार्मर : पुर्नोत्थान वितरण क्षेत्र योजना से जनपद में 39 नए बिजलीघर, 33 केवी के 66 फीडर, 70 बिजलीघरों की क्षमता वृद्धि, 3674 नए ट्रांसफार्मर लगाने, नौ कृषि फीडर, 3315 ट्रांसफार्मर की अर्थिंग, 221 किमी 33 केवी, 1965 किमी 11 केवी और 3486 मीटर एलटी लाइन डाली जाएगी। वहीं लाइन लास कम करने के लिए 11257 किमी एरिया में कवर्ड लाइन बिछेगी। वहीं 237 किमी 33 केवी, 1327 किमी 11 केवी और 2048 किमी एलटी लाइन का अंडरग्राउंड केबिल डाला जाएगा। इसके अलावा क्षतिग्रस्त विद्युत पोल भी बदले जाएंगे। इसके अलावा हादसे रोकने की गरज से 2824 ट्रांसफार्मर का प्लिथ (चबूतरा) तैयार कर फैंसिग का कार्य कराया जाएगा। योजना में 60 फीसदी खर्च केंद्र सरकार और 40 फीसदी खर्च राज्य सरकार वहन करेगी। योजना 2026 तक पूरी होगी। वर्जन..
केंद्र और प्रदेश सरकार ने विभिन्न योजनाओं के तहत विद्युत व्यवस्था में सुधार के लिए बेहतर काम किए हैं। केंद्र सरकार की पुर्नोत्थान वितरण क्षेत्र योजना के तहत जनपद की विद्युत आपूर्ति में सुधार होगा। इसके अलावा आंधी-बारिश में भी विद्युत आपूर्ति सुचारू रहेगी। सर्वे के बाद पुर्नोत्थान वितरण क्षेत्र योजना का प्रस्ताव निगम मुख्यालय भेजा है।
-एसके पुरवार, मुख्य अभियंता।