Move to Jagran APP

लड्डू खाए, मासूम को दूध और परिवार के सभी सदस्यों को पिलाया पानी

बदमाशों को पुलिस का बिल्कुल भी खौफ नहीं था।

By JagranEdited By: Published: Tue, 28 Jul 2020 07:53 PM (IST)Updated: Tue, 28 Jul 2020 07:53 PM (IST)
लड्डू खाए, मासूम को दूध और परिवार के सभी सदस्यों को पिलाया पानी
लड्डू खाए, मासूम को दूध और परिवार के सभी सदस्यों को पिलाया पानी

जागरण संवाददाता, गाजियाबाद : बदमाशों को पुलिस का बिल्कुल भी खौफ नहीं था। ढाई घंटे तक परिवार के सदस्यों को बंधक बनाकर डकैती डाली। एक बदमाश अन्य सभी बदमाशों को दिशा निर्देश दे रहा था। बदमाशों ने भूख लगने से रेफ्रिजरेटर में रखे लड्डू खाए। हाथ बांधने पर परिवार के सदस्यों की तबीयत बिगड़ने पर बोतल से उन्हें पानी पिलाया। गन प्वाइंट पर लेकर मासूम को दूध भी पिलाया।

loksabha election banner

बदमाश अपने साथ ताले व दरवाजा तोड़ने के लिए कटर व पेचकस आदि औजार लेकर आए थे। परिवार को बंधक बनाने के बाद बदमाशों ने सभी लॉकर और दरवाजों के ताले कटर से काट दिए। बेड, सोफा, बच्चे के स्कूल बैग, अलमारी सभी को तसल्ली से खंगाला। चेहरे पर तीन बदमाशों ने मास्क व तीन ने रुमाल बांध रखी थी। दो बदमाशों ने पैंट-टीशर्ट व चार बदमाशों ने नाइट शूट पहन रखा। वह एक-दूसरे से पूर्वी उत्तर प्रदेश और बिहार की मिली जुली बोली में बात कर रहे थे। डकैती के दौरान भोपाल शर्मा और उनकी 22 वर्षीय नातिन मनु बदमाशों से भिड़ गई थी। जिस कारण बदमाशों ने दोनों के साथ सबसे ज्यादा मारपीट की। बदमाशों को डराने के लिए प्रिया ने कहा कि उनके परिवार के पांच-छह पुरुष प्रथम तल पर सो रहे हैं, लेकिन बदमाश डरे नहीं और लूटपाट करते रहे। बदमाशों ने महिलाओं के हाथ, नाक, कान से भी ज्वेलरी उतरवा ली। परिवार के सभी लोगों के मोबाइल अपने कब्जे में ले लिए। घर में रखी आटे, गेहूं और चावल की टंकी को भी पलट दिया। वह लगातार परिवार के सदस्यों को गालियां दे रहे थे। बदमाश जाते वक्त तीन मोबाइल साथ ले गए, जबकि तीन मोबाइल गेहूं की टंकी में तोड़कर फेंक गए।

पुलिस को नहीं लगी भनक

इस घटना से जगह-जगह नाकाबंदी कर चेकिग करने का दावा करने वाली पुलिस की पोल खुल गई है। बदमाश डकैती कर आसानी से फरार हो गए। पुलिस को डकैती की भनक तक नहीं लगी। यदि पुलिस सक्रिय होती तो बदमाश डकैती डालने की हिम्मत नहीं कर पाते। मकान के प्रथम तल पर रहते हैं किरायेदार

पीड़ित परिवार भूतल पर रहता है, जबकि मकान के प्रथम तल पर एक परिवार किराये पर रहता है। किराये पर रहने वाले परिवार को डकैती की घटना की भनक तक नहीं लगी। बदमाशों के जाने के बाद पीड़ित परिवार ने प्रथम तल पर जाकर किरायेदारों को घटना के बारे में बताया था। वहीं बदमाशों ने भी ऊपर जाने की जहमत नहीं उठाई। रेकी करने के बाद दिया वारदात को अंजाम

बदमाश ऐसे घूम रहे थे, जैसे वह पहले से सबकुछ जानते हैं। प्रिया ने बताया कि उनके पिता डेढ़ माह पहले ही बैंक के लॉकर से ज्वेलरी लेकर आए थे। अलमारी के ताले तोड़कर सारी ज्वेलरी बदमाशों ने निकाल ली। पुलिस को आशंका है कि बदमाशों ने रेकी करने के बाद वारदात को अंजाम दिया है। बदमाश खिड़की से आए और खिड़की के रास्ते से ही वापस गए।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.