सुबह की सैर से कर लें तौबा हो सकते हैं बीमार
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जागरण संवाददाता, वसुंधरा : बढ़ते प्रदूषण के कारण लोगों ने सुबह की सैर करना बंद कर दिया है। वहीं चिकित्सक भी सलाह दे रहे हैं कि सुबह की सैर से बेहतर है कि दोपहर में सैर करें। उनकी राय है कि सूरज निकलने के दौरान धूप निकलने के बाद वायुमंडल में प्रदूषण के कण थोड़े कम हो जाते हैं जो सीधे तौर पर सांस लेने में परेशानी में फेफड़ों को तकलीफ भी नहीं पहुंचाते हैं।
फिजिशियन डा. दीपक का कहना है कि बुजुर्ग लोगों को और बच्चों को खासतौर पर सुबह की सैर नहीं करनी चाहिए। सुबह पीएम-2.5 की मात्रा अधिक होती है जो सीधे श्वसन क्रिया पर असर डालती है, ऐसा करना काफी घातक भी हो सकता है। वहीं सुबह के समय न्यूनतम तापमान भी कम रहता है जो सेहत के लिए हानिकारक होता है। वसुंधरा रहने वाले संदीप का कहना है कि बीते कई दिनों से सुबह पार्क में सैर करने वालों की संख्या में बढ़ते प्रदूषण और सर्दी बढ़ने से संख्या कम हो रही है।
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ये करें उपाय
- खुले में कूड़ा और गंदगी न जलाएं।
- वाहनों का जहरीला धुआं निकलने से रोकें।
- धूल व कूड़ा जहां पड़ा हो वहां पानी का छिड़काव अवश्य करें।
- प्रमुख मार्गों पर लगी हरियाली व ग्रीन बेल्ट में पानी का छिड़काव हो।
- सड़क किनारे लगने वाली ठेली, रेहड़ी और खानपान की दुकानों से कम से कम धुआं उड़े।
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इनका भी रखें ध्यान
- निर्माण स्थलों तक जाने के लिए पक्की सड़क होनी चाहिए।
- धूल उड़ने से बचाव के बिना मिट्टी की खुदाई नहीं होगी।
- कोई भी निर्माण सामग्री बिना ढके नहीं रखी जाएगी।
- पानी छिड़काव की व्यवस्था हो।
- खुले में भवन सामग्री की घिसाई और कटाई नहीं होगी।
- निर्माणाधीन स्थलों को हरी जाली से ढक कर रखा जाएगा।