राजनगर क्षेत्र में खराब हो रही है पानी की गुणवत्ता
शहर की पॉश कॉलोनी राजनगर का पानी भी अब खराब श्रेणी में पहुंच रहा है। कुछ देर रखने के बाद ही पानी की रंग पीला और हरा होने लगता है। राजनगर के निवासी शेखर यादव द्वारा पानी के अलग अलग इलाकों से लिए गए नमूनों की जांच कराई यह चौंकाने वाला तथ्य सामने आया है। जांच रिपोर्ट में पाया गया है कि रेलवे स्टेशन के साथ साथ वाले राजनगर के सैक्टरों में पानी की टीडीएस एक हजार तक पाया गया हैजबकि नगर निगम द्वारा आपूर्ति किए जा रहे पानी का टीडीएस इस जांच में पांच सौ से नीचे पाया गया है।
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद: शहर की पॉश कॉलोनी राजनगर का पानी भी अब खराब श्रेणी में पहुंच रहा है। कुछ देर रखने के बाद ही पानी की रंग पीला और हरा होने लगता है। राजनगर के निवासी शेखर यादव द्वारा पानी के अलग अलग इलाकों से लिए गए नमूनों की जांच कराई यह चौंकाने वाला तथ्य सामने आया है। जांच रिपोर्ट में पाया गया है कि रेलवे स्टेशन के साथ साथ वाले राजनगर के सेक्टरों में पानी की टीडीएस एक हजार तक पाया गया है,जबकि नगर निगम द्वारा आपूर्ति किए जा रहे पानी का टीडीएस पांच सौ से नीचे पाया गया है। शेखर यादव ने यह रिपोर्ट पार्षद राजेंद्र त्यागी को भेजी है। पार्षद ने आरोप लगाया है कि मेरठ रोड औद्योगिक क्षेत्र में केमीकल से संबंधित एवं इलैक्ट्रोप्लेटिग करने वाली ईकाईयां भूमिगत पानी को प्रदूषित बना रही है। इन उद्योगों के बारे में प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अफसरों को पता है लेकिन कार्यवाही के नाम पर वे खामोश है। इस प्रदूषित पानी से कैंसर समेत कई गंभीर बीमारियों के फैलने की संभावना बढ़ गई है। यह खतरे की घंटी है। यह जांच अधिकृत लैब से कराई गई है।
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प्रशासन के अलावा प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को इस संबंध में रिपोर्ट के साथ पत्र लिखकर अवगत कराया गया है कि राजनगर का पानी पीने लायक नहीं है। हैंडपंपों से भी खराब पानी आ रहा है। मेरठ रोड औद्योगिक क्षेत्र से सटे इलाकों में इस पानी को पीने से गंभीर बीमारी फैलने का खतरा पैदा हो गया है। ऐसे में प्रशासन को सघन चैकिग अभियान चलाकर पानी को प्रदूषित बनाने वाले उद्योगों के खिलाफ कार्यवाही की मांग की गई है।
- राजेंद्र त्यागी, पार्षद नगर निगम वार्ड-84