चाय की चुस्कियों पर दिनभर होती रही फैसले पर चर्चा
अयोध्या के विवादित स्थल पर शनिवार को आने वाले सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर पूरे देश की नजर बनी हुई थी। गाजियाबाद में भी सुप्रीम फैसले को लेकर लोगों में बैचेनी थी जिसे जानने के लिए वह दिनभर टेलिविजन कंप्यूटर मोबाइल और टैब पर नजर बनाए रहे। शहर की सभी चाय की दुकानों पर इकट्ठा हुए लोग सुबह छह बजे से ही चाय की चुस्कियों के साथ अयोध्या से जुड़े फैसले पर रात तक चर्चा करते रहे। लोगों का कहना है कि कोर्ट ने सभी की भावनाओं को देखते हुए यह फैसला सुनाया है जिससे वह बहुत खुश हैं।
राहुल सिंह, गाजियाबाद :
राम जन्मभूमि पर शनिवार को आने वाले सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर पूरे देश की नजर बनी हुई थी। गाजियाबाद में भी सुप्रीम फैसले को लेकर लोगों में बैचेनी थी, जिसे जानने के लिए वह दिनभर टेलीविजन, कंप्यूटर, मोबाइल और टैब पर नजर बनाए रहे। शहर की सभी चाय की दुकानों पर इकट्ठा हुए लोग सुबह छह बजे से ही चाय की चुस्कियों के साथ अयोध्या से जुड़े फैसले पर रात तक चर्चा करते रहे। लोगों का कहना है कि कोर्ट ने सभी की भावनाओं को देखते हुए यह फैसला सुनाया है, जिससे वह बहुत खुश हैं।
शुक्रवार रात जैसे ही टीवी चैनलों व इंटरनेट के माध्यम से लोगों को सूचना मिली कि शनिवार सुबह अयोध्या से जुड़ी विवादित भूमि को लेकर 70 साल बाद देश की उच्चतम न्यायालय अपना फैसला सुनाएगी तो फैसले को जानने के लिए रात से ही शहर के लोगों में जिज्ञासा उठने लगी थी। देर रात तक शहर के लोग टीवी पर न्यूज चैनल देखते रहे। वहीं, सुबह से ही लोग अखबार पढ़कर चाय की दुकानों पर पहुंचे। राजनगर, कविनगर, गांधीनगर, चौधरी मोड़, पुराना बस अड्डा, संजयनगर, गोविदपुरम, पटेलनगर में बनी पुरानी दुकानों पर सुबह छह बजे से ही फैसले को लेकर लोगों में सुबह से ही बातें होने लगी थी। जैसे ही दोपहर में उच्चतम न्यायलय का फैसला आया तो लोगों ने कहा कि अदालत का फैसला सभी के हित का फैसला है, जोकि उन्हें मंजूर है। अदालत ने सभी पक्षों को ध्यान में रखते हुए अपना यह फैसला सुनाया है। इसके अलावा शहर के पार्क, ऑटो-बस स्टैंड, सड़क पर इकट्ठा हुए लोग भी सुबह से ही मोबाइल पर फैसले की अपडेट बैठकर देखते रहे। राजनगर के एक पार्क में बैठकर मोबाइल पर फैसले की अपडेट देख रहे संजीव कुमार का कहना है कि वह अपने परिजनों के इलाज के लिए आए थे, लेकिन उन्हें अयोध्या से जुड़े फैसले की हर बात जाननी थी, जिसके लिए वह मोबाइल पर ही चैनल देख रहे थे। इसके अलावा शहर की कॉलोनियों व सोसायटी में रहने वाले अधिकतर लोग महीने के दूसरे शनिवार के अवकाश के चलते घरों में रहे, जिन्होंने टीवी, लैपटॉप व इंटरनेट के माध्यम से उच्चतम न्यायालय के फैसले को जाना। राजनगर एक्सटेंशन और क्रॉसिग रिपिब्लक की कई सोसायटी में रेजिडेंट्स ने एक साथ बैठकर फैसले की पल-पल की अपडेट टीवी के माध्यम से जानी।