डिजिटल जले रावण, कुंभकरण और मेघनाद
कविनगर रामलीला में रावण मेघनाद और कुंभकरण के पुतलों को दहन किया गया है।
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद : कोरोना की वजह से राजनगर एक्सटेंशन स्थित रिवर हाईट सोसायटी में डिजिटल रावण दहन किया गया है। वहीं कविनगर रामलीला में रावण, मेघनाद और कुंभकरण के पुतलों को दहन किया गया है।
प्रशासन से नहीं मिली भीड़ की अनुमति : कोरोना संक्रमण की वजह से प्रशासन ने इस बार सार्वजनिक स्थानों पर सौ से अधिक दर्शकों के एकत्र करने की अनुमति नहीं दी। कोरोना के चलते प्रशासन की तरफ से जारी की गई गाइडलाइन के मुताबिक रामलीला मैदान में हवन और सुंदरकांड का पाठ किया गया। ज्यादातर रामलीला समितियों ने इस बार रामलीला का मंचन नहीं किया। घंटाघर, कविनगर, राजनगर व संजय नगर में रामलीला का मंचन नहीं हुआ। संजय नगर में हनुमान चालीसा के पाठ के बाद भगवान राम की पूजा व आरती की गई। राजनगर में 22 से 24 अक्टूबर तक राम कथा का आयोजन किया गया।
डिजिटल जला रावण : राजनगर एक्सटेंशन स्थित रीवर हाईट सोसायटी में डिजिटल रावण दहन किया। रावण जलता देखने के लिए कम संख्या में लोग पहुंचे। डिजिटल रावण दहन होता देखने के लिए सोसायटियों के लोग पहुंचे। फार्च्यून रेजीडेंसी सोसायटी में स्थानीय निवासियों ने खुद ही छोटे आकार का रावण का पुतला बनाया। इसे बनाने में बच्चों की अहम भूमिका रही। उन्होंने रावण को दहन किया। इस मौके पर अमित, नितिन, सुमित, राजेश, रूप निवाश, जेपी श्रीवास्तव, शेखर, मयूर शर्मा, शेखर यादव, अमित गुप्ता मौजूद रहे। कविनगर में दहन हुआ रावण : कविनगर रामलीला मैदान में कोरोना की वजह से पदाधिकारी और कार्यकारिणी सदस्यों को आमंत्रित किया गया था, मगर काफी संख्या में लोग रामलीला मैदान पहुंचे। धार्मिक रामलीला समिति कविनगर द्वारा रामलीला मैदान में सुंदरकांड पाठ कराया गया। पाठ दोपहर ढाई बजे से शुरू होकर शाम 5:40 पर समाप्त हुआ। पाठ बांके बिहारी समिति द्वारा संपन्न कराया गया। इसके बाद रावण, मेघनाद और कुंभकरण का पुतला जलाया गया। पहली बार ऐसा हुआ जब पुतले बहुत छोटे-छोटे बनाए गए। इस मौके पर समिति के अध्यक्ष ललित जायसवाल, महामंत्री भूपेंद्र चोपड़ा, संरक्षक दिनेश गोयल, अजय जैन, तरुण चौटानी, अवनीश गर्ग, पवन गुप्ता, मनोज गोयल, अजय गुप्ता आदि मौजूद रहे। खील बताशे और गन्ने का किया पूजन : कालोनियों में खील-बताशे और गन्ने का पूजन किया गया। शहर के कई स्थानों पर नागरिकों ने शारीरिक दूरी का पालन करते हुए भंडारे का आयोजन किया। मिठाई की दुकानों पर जलेबी की खरीदारी खूब हुई। राजनगर एक्सटेंशन स्थित रिवर हाईट में लगे मेले में अभिभावकों के साथ बच्चे पहुंचे और खरीदारी की।