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दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ आरआरटीएस कॉरिडोर ने पकड़ी रफ्तार

बुधवार को तीसरे चरण के तहत मोदीनगर व मेरठ के शताब्दी नगर में फाउंडेशन का काम शुरू हो गया है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 08 Jul 2020 08:46 PM (IST)Updated: Wed, 08 Jul 2020 08:46 PM (IST)
दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ आरआरटीएस कॉरिडोर ने पकड़ी रफ्तार
दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ आरआरटीएस कॉरिडोर ने पकड़ी रफ्तार

जागरण संवाददाता, गाजियाबाद : नेशनल कैपिटल रीजन ट्रांसपोर्ट कार्पोरेशन (एनसीआरटीसी) ने दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ रैपिड रेल ट्रांजिट सिस्टम (आरआरटीएस) कॉरिडोर निर्माण कार्य ने रफ्तार पकड़ ली है। बुधवार को तीसरे चरण के तहत मोदीनगर व मेरठ के शताब्दी नगर में फाउंडेशन का काम शुरू हो गया है। इसी के साथ साहिबाबाद से दुहाई तक प्राथमिकता वाले खंड के लिए मुख्य निर्माण कार्य भी शुरू हो गया है। एनसीआरटीसी एमडी ने मेरठ के शताब्दीनगर में कार्य की शुरुआत व सुरक्षा इंतजाम को लेकर निरीक्षण किया।

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दुहाई (ईपीई) से मोदीनगर नॉर्थ तक दो एलिवेटेड स्टेशन, मुरादनगर और मोदीनगर साउथ वाले एलिवेटेड वायडक्ट का निर्माण किया जा रहा है। वहीं तीसरे चरण के लॉट-2 में मोदीनगर नॉर्थ स्टेशन से लेकर शताब्दी नगर स्टेशन तक एलिवेटेड वायडक्ट का निर्माण जारी है। इसके तहत पांच एलिवेटेड स्टेशनों में मोदीनगर नॉर्थ, मेरठ साउथ, परतापुर, रिठानी और शताब्दी नगर होंगे। शताब्दी नगर में अत्याधुनिक कास्टिग यार्ड का निर्माण कार्य आरंभ हो गया है। एनसीआरटीसी के एमडी विनय कुमार सिंह ने बुधवार को नए शुरू किए गए निर्माण कार्य के साथ पूरे खंड में चल रहे कार्यों का निरीक्षण किया। उन्होंने मानसून के मद्देनजर किए गए सुरक्षा इंतजामों का भी जायजा लेते एनसीआरटीसी अभियंताओं व एजेंसी से कोविड-19 से बचाव के लिए दिशा-निर्देशों के पालन करते हुए श्रमिकों की सुरक्षा के साथ ही स्थानीय निवासियों की सुविधा को सुनिश्चित करने को कहा। एनसीआरटीसी के सीपीआरओ सुधीर शर्मा ने बताया कि दुहाई से शताब्दी नगर के बीच 33 किमी लंबे खंड के निर्माण, बिजली, सिग्नलिग और दूरसंचार से संबंधित सभी कार्य इस कार्यालय से किए जाएंगे। भारत के पहले रीजनल रेल दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ आरआरटीएस, कार्यान्वयन के लिए चिह्नित किए गए तीन प्राथमिकता वाले आरआरटीएस कॉरिडोर में से एक है। 82 किमी लंबे कॉरिडोर में दुहाई और मोदीपुरम में दो डिपो सहित 24 स्टेशन होंगे और यह दूरी एक घंटे से भी कम समय में तय की जाएगी। उन्होंने मोदीनगर में हाल ही में शुरू हुए एनसीआरटीसी के साइट ऑफिस का भी दौरा किया। इसका निर्माण कोविड-19 महामारी के दौरान चार महीने से कम रिकॉर्ड समय में किया गया। 82 किलोमीटर लंबे दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ कॉरिडोर पर सिविल निर्माण का कार्य 2025 तक पूरा हो जाने की उम्मीद है।


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