सेप्टिक टैंक में गिरने से ढाई वर्षीय मासूम की मौत
कोतवाली क्षेत्र की अशोक विहार कालोनी में मंगलवार दोपहर प्लॉट में खेलते समय ढाई वर्षीय मासूम की सेप्टिक टैंक में गिरने से मौत हो गई। करीब आधे घंटे बाद परिजनो को घटना का पता चल सका। मासूम की मौत से परिजनों व स्थानीय लोगों में गम का माहौल है। पुलिस मृतक के पिता की शिकायत पर प्लाट मालिक के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर तलाश में जुटी है।
संवाद सहयोगी, लोनी (गाजियाबाद): कोतवाली क्षेत्र की अशोक विहार कालोनी में मंगलवार दोपहर प्लॉट में खेलते समय ढाई वर्षीय मासूम की सेप्टिक टैंक में गिरने से मौत हो गई। करीब आधे घंटे बाद परिजनों को घटना का पता चल सका। मासूम की मौत से परिजनों व स्थानीय लोगों में गम का माहौल है। पुलिस मृतक के पिता की शिकायत पर प्लॉट मालिक के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर उसकी तलाश में जुटी है। अशोक विहार कालोनी की अखाडे़ वाली गली में अमित परिवार के साथ रहते हैं। परिवार में पत्नी ज्योति व दो पुत्र हैं। अमित एक प्राइवेट कंपनी में कार्य करते हैं। मंगलवार सुबह वह ऑफिस गए थे। दोपहर करीब ग्यारह बजे उनका छोटा पुत्र आर्यन(ढाई वर्ष) घर के बाहर गली में खेल रहा था। खेलते समय घर से कुछ दूरी पर स्थित अमजद निवासी अशोक विहार के प्लॉट में चला गया। जहां वह पानी से भरे खुले सात फीट गहरे सेप्टिक टैंक में गिर गया। गली में न मिलने पर मासूम के परिजन ने उसकी तलाश की। करीब चार घंटे बाद परिजन उसे तलाशते हुए प्लॉट पर पहुंचे। जहां उन्हे आर्यन टैंक में पानी में डूबा मिला। परिजन उसे बाहर निकालकर निजी चिकित्सक के पास ले गये जहां मासूम को मृत घोषित कर दिया। मासूम की मौत की सूचना मिलने पर परिजन व स्थानीय लोगों में चीख-पुकार मच गई। लोगों ने घटना की सूचना मृतक के पिता व पुलिस को दी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने मासूम के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया। कोतवाली प्रभारी उमेश कुमार पांडेय ने बताया कि मृतक के पिता की शिकायत पर प्लॉट मालिक अमजद के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। मकान मालिक की तलाश की जा रही है।
घटना के बाद से परिजन सदमे में: घटना के बाद से ही मासूम की मां व दादा नेत्रपाल का बुरा हाल है। जबकि आर्यन का बड़ा भाई मयंक रो-रोकर अपने भाई की तलाश कर रहा है। मासूम की मां आर्यन को याद कर कई बार बेहोश होकर गिर पड़ीं। घटना के बाद से ही परिजनों व स्थानीय लोगों में प्लॉट मालिक के प्रति रोष है।
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बच्चों को अकेला न छोड़ें : बच्चों को अकेला छोड़ना खतरों से खाली नहीं है। वरिष्ठ मनोचिकित्सक संजीव त्यागी का कहना है कि बाल मन बेहद चंचल होता है। उन्हें नहीं पता होता है कि किस- किस चीज से उन्हें नुकसान हो सकता है या उनकी जान को खतरा हो सकता है। ऐसे में बच्चे हादसों का शिकार हो जाते हैं। बच्चों पर हमेशा नजर रखें। बाहर रहने वाले लोग यदि घर में बच्चे हैं तो उन्हें अपने बुजुर्गों के साथ रखें, जिससे उनके बच्चों की परवरिश हो सके। लोनी में आए दिन बाल्टी, ड्रम, नाले और गड्ढों में गिरने से मासूमों की मौत के मामले सामने आ रहे हैं। ऐसे में परिजनों को चाहिए कि वह बच्चों को अकेले घर से बाहर खेलने न जाने दें। घरों में भी बाल्टी, ड्रम आदि को ढक कर रखें, जिससे अप्रिय घटना को टाला जा सके।
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पहले भी हुए हैं हादसे :
28 मार्च 2018 को गौरी पट्टी कॉलोनी में दादा के घर खेल रहे अयान (2) की ड्रम में डूबने से मौत।
3 मार्च 2017 को अशोक विहार कॉलोनी में आजम (1) की बाल्टी में डूबने से मौत।
20 जनवरी 2017 को खन्ना नगर कॉलोनी निवासी कासिम (6) की घर के बाहर खेलते हुए नाले में गिरने से मौत।