Move to Jagran APP

इलाज नहीं मिला, बीमार कारोबारी की ट्रेन में मौत

रेली एक्सप्रेस ट्रेन के एसी कोच में इलाज नहीं मिलने के कारण एक कारोबारी मौत हो गई। कारोबारी अपनी पत्नी के साथ चेन्नई से इलाज कराकर बरेली जा रहे थे। आधा घंटे तक मृतक की पत्नी लोगों से मदद की गुहार लगाती रही। यात्री मदद करने की बजाय तमाशबीन बने रहे। मामले की सूचना स्टेशन मास्टर को मिली तो उन्होंने ट्रेन में डॉक्टर भेजा। मगर तब मरीज की मौत हो चुकी थी। जीआरपी ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 04 Oct 2019 05:45 PM (IST)Updated: Sat, 05 Oct 2019 08:13 AM (IST)
इलाज नहीं मिला, बीमार कारोबारी की ट्रेन में मौत
इलाज नहीं मिला, बीमार कारोबारी की ट्रेन में मौत

जागरण संवाददाता, गाजियाबाद : बरेली एक्सप्रेस के एसी कोच में इलाज नहीं मिलने के कारण एक कारोबारी की मौत हो गई। कारोबारी पत्नी के साथ इलाज कराने बरेली जा रहे थे।

loksabha election banner

वाराणसी निवासी विशाल जायसवाल (32) गंभीर बीमारी से पीड़ित थे। विशाल वाराणसी में कारोबार करते हैं। वह गंभीर बीमारी से पीड़ित थे। पत्नी शिल्पी के साथ वह चेन्नई स्थित अस्पताल में अपना इलाज कराने गए थे। वह ट्रेन से बृहस्पतिवार को दिल्ली आकर उतरे। शिल्पी को किसी ने बताया था बरेली में एक अनुभवी डॉक्टर है। वह उनके पति को बिल्कुल ठीक कर सकता है। लिहाजा शिल्पी पति को दिल्ली से बरेली ले जाने के लिए बरेली एक्सप्रेस ट्रेन में बैठ गई। ट्रेन में बैठते ही उनकी पति की तबीयत खराब होने लगी। वह ट्रेन में इलाज के लिए यात्रियों से मदद मांगती रही। एक यात्री ने रेलवे हेल्पलाइन पर इसकी जानकारी दी। गाजियाबाद रेलवे स्टेशन पर ट्रेन पहुंचने पर स्टेशन मास्टर ने एक डॉक्टर को मरीज के पास भेजा। सवा सात बजे डॉक्टर मरीज के पास पहुंचा तो तब तक उनकी मौत हो चुकी थी। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। समय एंबुलेंस नहीं आई

ट्रेन में बीमार होने की खबर मिलने पर एक रेलवे कर्मचारी ने एंबुलेंस को फोन किया। कई बार फोन करने के बाद भी समय पर एंबुलेंस नहीं पहुंची। हालांकि मरीज की मौत पहले हो चुकी थी। मृतक की पत्नी ने बताया कि यदि ट्रेन में इलाज की सुविधा मिल जाती जान बच सकती थी। पति के लिए अकेली संघर्ष कर रही पत्नी

अपने दो बच्चों को दादा-दादी के पास छोड़कर महिला पति को इलाज के लिए देशभर के डॉक्टरों के पास लेकर जा रही थी। मगर पति को कहीं भी आराम नहीं हुआ। पति की मौत के बाद पत्नी उसका पोस्टमार्टम कराने से मना कर रही थी। वह बिना पोस्टमार्टम के ही शव को घर ले जाना चाहती थी।

शुरुआती जांच के अनुसार गंभीर बीमारी के चलते मौत हुई है। उनकी पत्नी का कहना है कि ज्यादा तबीयत खराब होने के तुरंत बाद समय से इलाज नहीं मिल सका। इसके कारण मौत हो गई। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।

- अशोक सिसौदिया, थाना प्रभारी जीआरपी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.