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सिम कार्ड की वैधता बढ़ाने के नाम पर 45 हजार ठगे

साइबर ठगों ने सिम कार्ड की वैधता बढ़ाने के नाम पर सिविल सेवा की तैयार कर रहे छात्र के खाते से 45 हजार रुपये निकाल लिए। ठग ने तीन बार ओटीपी पूछा। फोन कटने के बाद पीड़ित ने देखा तो उसके खाते से 45 हजार रुपये निकलने के मैसेज आए हुए थे। पीड़ित ने इंदिरापुरम पुलिस से मामले की शिकायत की है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 30 Jan 2019 08:28 PM (IST)Updated: Wed, 30 Jan 2019 08:28 PM (IST)
सिम कार्ड की वैधता बढ़ाने के नाम पर 45 हजार ठगे

जागरण संवाददाता, साहिबाबाद :

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साइबर ठगों ने सिम कार्ड की वैधता बढ़ाने के नाम पर सिविल सेवा की तैयार कर रहे छात्र के खाते से 45 हजार रुपये निकाल लिए। ठग ने तीन बार ओटीपी पूछा। फोन कटने के बाद पीड़ित ने देखा तो उसके खाते से 45 हजार रुपये निकलने के मैसेज आए हुए थे। पीड़ित ने इंदिरापुरम पुलिस से मामले की शिकायत की है।

संजीव कुमार वसुंधरा सेक्टर-11 में परिवार के साथ रहते हैं। उनके पिता बैंक में मुख्य प्रबंधक के पद से सेवानिवृत्त हैं। संजीव सिविल सेवा की तैयारी कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि बुधवार सुबह उनके मोबाइल पर कॉल आई। कॉल करने वाले ने खुद को टेलीकॉम कंपनी का अधिकारी बताया। ठग ने संजीव से कहा कि उनका सिम कार्ड बंद होने वाला है। 35 रुपये का रिचार्ज नहीं किया तो सिम कार्ड बंद हो जाएगा। ठग ने ऑनलाइन ही सिम कार्ड की वैधता बढ़ाने का झांसा दिया। संजीव उसके झांसे में आ गए। ठग ने उनके मोबाइल पर तीन एसएमएस भेजे। सभी मैसेज में ओटीपी था। ओटीपी पूछकर ठग ने खाते से 45 हजार रुपये निकाल लिए। फोन कटने के बाद पीड़ित ने एसएमएस देखा तो ठगी का पता चला। संजीव ने बताया कि उनके खाते में करीब पौने दो लाख रुपये थे। समय रहते उन्होंने बैंक अधिकारियों को कॉल कर दिया। इससे उनके खाते से शेष राशि बच गई। संजीव ने बुधवार दोपहर इंदिरापुरम थाने में जाकर मामले की शिकायत की। उन्होंने पुलिस को वह नंबर दिया है, जिससे उनके पास कॉल आई थी। इंदिरापुरम थाना प्रभारी निरीक्षक नजीर अली खान का कहना है कि शिकायत के आधार पर मामले की जांच की जा रही है।


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