ओटीएस में आवेदन कराने के लिए बकाएदारों की काउंसलिग शुरू
जीडीए ने एकमुश्त समाधान योजना (ओटीएस) के लिए 62 बड़े बकाएदारों की सूची तैयार की है। इनसे करीब 400 करोड़ रुपये आने की उम्मीद है। इसके लिए बकाएदारों की काउंसलिग की जा रही है। जिससे वह ओटीएस योजना में आवेदन करें। वहीं तीन हजार से ज्यादा छोटे बकाएदारों से सौ करोड़ रुपये की आय होने की उम्मीद है।
जासं, गाजियाबाद : जीडीए ने एकमुश्त समाधान योजना (ओटीएस) के लिए 62 बड़े बकाएदारों की सूची तैयार की है। इनसे करीब 400 करोड़ रुपये आने की उम्मीद है। इसके लिए बकाएदारों की काउंसलिग की जा रही है, जिससे वह ओटीएस योजना में आवेदन करें। वहीं, तीन हजार से ज्यादा छोटे बकाएदारों से सौ करोड़ रुपये की आय होने की उम्मीद है।
शासन ने हाल में ओटीएस योजना का शासनादेश जारी किया है। छह मार्च से यह योजना लागू हो जाएगी। तीन माह तक यह चालू रहेगी। इसमें बकाएदार को सीधे दो फीसद की छूट दी जाएगी। पैनलटी ब्याज भी माफ होगा। आठ साल बाद यह योजना दोबारा आ रही है। इससे विकास प्राधिकरण को आए होगी, बकाएदारों को भी आर्थिक लाभ होगा। इसे देखते बकाएदारों को ओटीएस योजना की जानकारी भेजी जा रही है। प्राधिकरण बुलाकर उनकी काउंसलिग की जा रही है। जिससे उन्हें इस योजना में आवेदन के लिए तैयार किया जा सके। जीडीए सूत्रों के मुताबिक 62 बड़े बकाएदारों की सूची तैयार हो गई है। उन पर करीब 700 करोड़ रुपये बकाया है। जीडीए अधिकारियों की मानें तो सभी बकाएदार योजना का लाभ लेते हैं तो छूट के बाद इनसे 400 करोड़ रुपये प्राप्त होंगे।
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तीन हजार से ज्यादा छोटे बकाएदार
जीडीए अधिकारियों ने बताया कि तीन हजार से ज्यादा छोटे बकाएदार हैं। इनमें ज्यादातर फ्लैट और छोटे भूखंड आवंटी हैं। इनसे करीब सौ करोड़ रुपये आने की उम्मीद है। सबको योजना के बारे में जानकारी भेजी जा रही है।
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बड़े बकाएदारों की सूची तैयार हो गई है। इनसे 400 करोड़ रुपये आने की उम्मीद है। छोटे बकाएदारों के लिए भी ओटीएस योजना लाभदायक है। इससे उनका आर्थिक बोझ कम हो सकता है।
- संतोष कुमार राय, सचिव, जीडीए