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फर्जी दस्तावेज से ऋण लेने वाले गिरोह का राजफाश, चार गिरफ्तार

जागरण संवाददाता कौशांबी पुलिस ने मंगलवार को वैशाली सेक्टर-एक से फर्जी दस्तावेज तैयार कर

By JagranEdited By: Published: Tue, 03 Nov 2020 08:34 PM (IST)Updated: Tue, 03 Nov 2020 08:34 PM (IST)
फर्जी दस्तावेज से ऋण लेने वाले गिरोह का राजफाश, चार गिरफ्तार
फर्जी दस्तावेज से ऋण लेने वाले गिरोह का राजफाश, चार गिरफ्तार

जागरण संवाददाता, कौशांबी: पुलिस ने मंगलवार को वैशाली सेक्टर-एक से फर्जी दस्तावेज तैयार कर निजी बैंक और फाइनेंस कंपनियों से ऋण लेने वाले गिरोह के चार सदस्यों को गिरफ्तार किया है। ठगों ने अब तक करीब दो करोड़ रुपये की ठगी की है।

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ऐसे पकड़े गए: पुलिस अधीक्षक नगर द्वितीय ज्ञानेंद्र सिंह ने बताया है कि एक फाइनेंस कंपनी की ओर से शिकायत मिली कि एक व्यक्ति ने ऋण के लिए आवेदन नहीं किया है, लेकिन उसके नाम से आवेदन मिला है। कंपनी ने ठगी की आशंका जाहिर की। पुलिस ने जांच की, तो फर्जीवाड़े की जानकारी हुई। मंगलवार को वैशाली सेक्टर-एक से कुलदीप सिंह निवासी नीति खंड-एक, विनोद कुमार निवासी राहुल विहार, सुनील कुमार निवासी कल्याणपुरी दिल्ली और विनोद कुमार उर्फ आलोक निवासी मयूर विहार फेज-एक दिल्ली को गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में पता चला कि चारों फर्जी दस्तावेज तैयार कर निजी बैंक और फाइनेंस कंपनियों से व्यक्तिगत ऋण लेकर ठगी करते थे।

ऐसे करते थे ठगी: पुलिस क्षेत्राधिकारी इंदिरापुरम अंशु जैन ने बताया है कि कुलदीप सिंह पूर्व में फरीदाबाद स्थित एक निजी बैंक की शाखा में ऋण विभाग में नौकरी करता था। नौकरी छोड़कर उसने अन्य आरोपितों के साथ मिलकर ठगी करना शुरू किया। इसमें निजी बैंकों व फाइनेंस कंपनियों के कर्मचारियों को भी शामिल किया। कर्मचारियों से ऋण लेने वाले लोगों के दस्तावेजों की कापी लेते थे। उन पर अपनी फोटो लगाकर फर्जी दस्तावेज तैयार करते थे। उसके आधार पर बैंकों में खाता खोलते थे। उनमें हर महीने 50-60 हजार रुपये जमा करते थे। छह सात माह हो जाने पर उसी बैंक खाता के आधार पर ऋण के लिए आवेदन करते थे। फर्जी आफर लेटर, वेतन की पर्ची आदि लगाते थे। ऋण दिलाने वाली कंपनी के जरिये आवेदन करते थे। इससे एक साथ कई बैंकों से ऋण मिल जाता था। फिर ऋण के रूप में मिले रुपये निकाल लेते थे। पुलिस की जांच में आया है कि ठग अब तक करीब 20 खाते खोल चुके थे। करीब दो करोड़ रुपये की ठगी की है। पुलिस यह पता लगा रही है कि ठगों ने अब तक कहां-कहां और कितने की ठगी की है। फर्जी दस्तावेज हुए बरामद: आरोपितों के पास से फर्जी तरीके से तैयार सामान बरामद हुए हैं। उनमें 14 आधार कार्ड, तीन टूरिज्म कार्ड, दो पहचान पत्र, दो स्टीकर भारत सरकार, तेलंगाना सरकार का आफर लेटर, 13 पैन कार्ड, निजी कंपनी का आफर लेटर बरामद हुआ। इसके अलावा प्रिंटर, 11 मोबाइल, तीन डिस्क, चार मोहर, पैन ड्राइव, डोंगल, दो खाली पासबुक, 147 फोटो, करीब 25 हजार रुपये बरामद हुए हैं।


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