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शिप्रा सन सिटी में कंपनी निदेशक ने फांसी लगाकर दी जान

इंदिरापुरम स्थित शिप्रा सन सिटी में एक कंपनी के निदेशक ने फांसी लगाकर जान दे दी। पूर्व में वह कई न्यूज चैनलों से जुड़े होने के साथ आरडब्ल्यूए अध्यक्ष भी रह चुके थे। मौके से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है जिससे आत्महत्या की वजह का पता नहीं लग सका है। पुलिस मोबाइल को कब्जे में लिया है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज पुलिस मामले की जांच में जुटी है। वह पत्नी और बच्चों से अलग रहते थे।

By JagranEdited By: Published: Mon, 15 Apr 2019 09:12 PM (IST)Updated: Tue, 16 Apr 2019 06:09 AM (IST)
शिप्रा सन सिटी में कंपनी निदेशक ने फांसी लगाकर दी जान
शिप्रा सन सिटी में कंपनी निदेशक ने फांसी लगाकर दी जान

जागरण संवाददाता, साहिबाबाद :

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इंदिरापुरम स्थित शिप्रा सन सिटी में एक कंपनी के निदेशक और मीडिया संस्थान से जुड़े अजीत प्रताप ने फांसी लगाकर जान दे दी। वह शिप्रा सनसिटी के आरडब्ल्यूए अध्यक्ष भी रह चुके थे। मौके से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है, जिससे आत्महत्या की वजह का पता नहीं लग सका है। पुलिस मोबाइल को कब्जे में लेकर जांच कर रही है। वह शिप्रा सनसिटी में पत्नी और बच्चों से अलग अकेले रहते थे।

अजीत प्रताप सिंह फ्लैट नंबर-338-डी रीगल शिप्रा सन सिटी इंदिरापुरम में रहते थे। वह जेडकॉम इंडिया नाम से बिजनेस डेवलपमेंट की एक कंपनी चलाते थे। सोमवार दोपहर करीब तीन बजे इंदिरापुरम निवासी घरेलू सहायिका शकुंतला घर पर काम करने पहुंची और चाबी से फ्लैट का मुख्य गेट खोला। अंदर जाकर देखा तो बेडरूम में पंखे से अजीत प्रताप का शव लटका हुआ था। शकुंतला ने पड़ोसियों को इसकी जानकारी दी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को फंदे से नीचे उतारा। इंदिरापुरम थाना प्रभारी निरीक्षक संदीप कुमार सिंह का कहना है कि कमरे की तलाशी ली गई, लेकिन मौके से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। मोबाइल को कब्जे में ले लिया गया है। अजीत ने आत्महत्या क्यों कि इसकी जांच की जा रही है। पत्नी और बच्चे से रहते थे दूर :

अजीत प्रताप सिंह की पत्नी और दो बच्चे रायपुर में रहते हैं। घरेलू सहायिका शकुंतला के मुताबिक पिछले चार साल से वह उनके यहां काम कर रही हैं। केवल एक बार उनकी पत्नी, मां व अन्य रिश्तेदार अजीत के पास आए थे। दो माह पूर्व उनका बड़ा बेटा यहां रहने आया था। फ्लैट की एक चाबी शकुंतला के पास ही रहती थी। पुलिस पारिवारिक विवाद को भी आत्महत्या को वजह मानते हुए जांच कर रही है। रात में लोगों से हुई थी बात :

अजीत के आत्महत्या करने की सूचना मिलते ही उनके फ्लैट के आसपास लोगों की भीड़ लग गई। अजीत मिलनसार और हसमुख स्वाभाव के व्यक्ति थे। स्थानीय दुकानदार ने बताया कि रविवार शाम को उन्होंने उनकी दुकान से सामान भी खरीदा था। देर शाम तक लोगों की सोसायटी की समस्याओं और राजनीतिक मुद्दे पर बात भी हुई थी। शिप्रा चौकी प्रभारी सचिन कुमार तोमर से भी रविवार शाम करीब साढ़े सात बजे अजीत ने कालोनी की सुरक्षा को लेकर फोन पर बात की थी। जांच में सामने आया है कि सुसाइड के लिए वह नॉयलॉन की नई रस्सी लाए थे। पुलिस जांच कर रही है कि वह रस्सी कहां से लाए। चुनाव के दौरान मतदान में किया था सहयोग :

लोकसभा चुनाव के मतदान के दौरान शिप्रा सन सिटी बूथ पर अजीत सिंह ने सैकड़ों लोगों की मदद की। मतदान केंद्र के अंदर मोबाइल लेकर जाने की अनुमति नहीं थी। ऐसे में मतदाता बिना वोट डाले ही लौट रहे थे। अजीत ने मतदाताओं का मोबाइल जमा करना शुरू कर दिया। वोट डालकर लौटने पर वह मतदाताओं का मोबाइल सुरक्षित वापस कर देते। सैकड़ों मतदाताओं ने उन्हें इसके लिए शुक्रिया कहा।


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