जयपुरिया में नहीं मिला बच्चों को प्रवेश
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जागरण संवाददाता, वसुंधरा : जयपुरिया स्कूल प्रशासन व अभिभावकों के बीच कोई रास्ता नहीं निकल रहा है। शनिवार को अभिभावकों ने अपना पक्ष रखने के लिए जिलाधिकारी से मिलने पहुंचे, लेकिन उनके बात नहीं हो सकी। बाद में सिटी मजिस्ट्रेट और एडीएम सिटी के साथ बैठक कर बच्चों को कक्षा प्रवेश दिलाने की गुहार लगाई।अभिभावकों ने राष्ट्रीय बाल आयोग का हवाला देते हुए बच्चों के नाम काटे जाने का स्कूल प्रबंधन की मनमानी बताया। करीब एक घंटे चली बैठक में अभिभावकों ने बताया कि जिलाधिकारी, सांसद के हस्तक्षेप के बाद भी स्कूल डीएफआरसी द्वारा निर्धारित फीस नहीं ले रहा है। सिटी मजिस्ट्रेट ने अभिभावकों को आश्वासन दिया कि जिलाधिकारी इस मुद्दे पर जो भी निर्णय लेंगी, उसको माना जाएगा। स्कूल अभिभावक समिति से जुड़े अरुण कुमार ने बताया कि सिटी मजिस्ट्रेट और एडीएम सिटी से बात कर अभिभावकों की उम्मीद जागी है। स्कूल अभिभावक समिति से जुड़े अरुण कुमार ने बताया कि सिटी मजिस्ट्रेट और एडीएम सिटी से बात कर अभिभावकों की उम्मीद जागी है। बैठक में योगेश कौशिक, अरुण कुमार, मनीष राघव, आरडी कुशवाहा, कुलेंद्र सिंह, ममता रावल, कमल नेगी, नीतू शिशोदिया, ज्योति रंजन उपस्थित रहे। सोमवार को जिलाधिकारी से मिलकर एक बार फिर अपना पक्ष रखा जाएगा। बता दें कि फीस के मुददे को लेकर स्कूल प्रबंधन 49 बच्चों के नाम काट दिए है, जिसके चलते पिछले 15 दिनों से वह स्कूल की पढ़ाई से दूर हैं। 22 अप्रैल को डीएफआरसी के मुद्दे पर स्कूलों द्वारा डाली गई याचिका हाईकोर्ट में सुनवाई होगी।