बिन कोतवाल, कविनगर थाना हुआ बेहाल
फोटो जीपीजी 3 - 15 दिन से बिना थाना प्रभारी के चल रहा है कविनगर थाना - वीवीआइपी क्षेत्र होने
फोटो जीपीजी 3
- 15 दिन से बिना थाना प्रभारी के चल रहा है कविनगर थाना
- वीवीआइपी क्षेत्र होने के बावजूद पुलिस अधिकारियों ने नहीं दिया ध्यान
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आशुतोष गुप्ता, गाजियाबाद
जिले का वीवीआइपी माने जाने वाला थाना कविनगर पिछले 15 दिन से बिन कोतवाल, बेहाल है। क्षेत्र में युवती से हुई सामूहिक दुष्कर्म की घटना के बाद एसएसपी मुनिराज जी. ने तत्कालीन थाना प्रभारी आनंद प्रकाश मिश्र को निलंबित कर दिया था। 15 दिन का समय बीत जाने के बावजूद यह थाना अनाथ पड़ा हुआ है और इस थाने में किसी कोतवाल की तैनाती नहीं की गई है। यही कारण है कि क्षेत्र में बदमाश बेखौफ होकर वारदात को अंजाम दे रहे हैं और पुलिस इनके खिलाफ कार्रवाई नहीं कर पा रही। इसका ही नतीजा है कि बदमाशों ने बेखौफ होकर महिला की हत्या कर शव को यहां लाकर जला दिया और आसानी से फरार हो गए।
बता दें कि कविनगर थाने को जिले का वीवीआइपी व पाश थाना माना जाता है। कविनगर थाना क्षेत्र में डीएम, एसएसपी कार्यालय, आवास कलक्ट्रेट, विकास भवन, कोर्ट, कचहरी समेत अन्य बड़े सरकारी कार्यालय आते हैं। इस क्षेत्र में सेवानिवृत आइपीएस, आइएएस समेत अन्य अधिकारी, बड़े कारोबारी, उद्यमी, नेता, जनप्रतिनिधि, समाजसेवी व शहर की क्रीम माने जाने वाले लोग निवास करते हैं। बड़ी-बड़ी किलेनुमा कोठियों के साथ ही यहां कई हाइराइज इमारतें भी हैं। जिले का सबसे बड़ा शापिग हब आरडीसी भी कविनगर थाना क्षेत्र में ही आता है। इसके बावजूद पिछले 15 दिन से यहां किसी कोतवाल की तैनाती नहीं की गई है। थाना प्रभारी के निलंबन के बाद से कविनगर थाना क्षेत्र की सुरक्षा व्यवस्था थाने के एसएसआइ प्रमोद कुमार हुड्डा संभाल रहे हैं। पूर्व में थाने में एक द्वितीय इंस्पेक्टर योगेश कुमार बालियान की तैनाती भी की गई थी लेकिन वह भी अस्वस्थ होने के कारण लंबे समय से अवकाश पर चल रहे हैं। ऐसे में कविनगर थाना बड़ी दुर्दशा से गुजर रहा है। युवती के साथ हुई सामूहिक दुष्कर्म की घटना के बाद अब महिला की हत्या कर शव को यहां लाकर जला दिए जाने की बड़ी वारदात हो जाती है। ऐसी दशा में थाना अब एक तेजतर्रार, अनुभवी और काबिल कोतवाली के इंतजार की आस में है। वहीं थाना क्षेत्र में रहने वाली आधी आबादी में दहशत का माहौल है।