महज शौकिया नहीं बनवा सकेंगे शस्त्र लाइसेंस: जिलाधिकारी
जासं गाजियाबाद इंटरनेट मीडिया पर कई वीडियो ऐसे वायरल हुए जिनमें लाइसेंसी असलहे लेकर
जासं, गाजियाबाद: इंटरनेट मीडिया पर कई वीडियो ऐसे वायरल हुए, जिनमें लाइसेंसी असलहे लेकर लोग डिस्को करते हुए नजर आते हैं। ऐसे में न केवल उन लोगों पर बल्कि ऐसे लोगों का शस्त्र लाइसेंस बनाने वाले अधिकारियों पर भी सवाल उठते हैं। ऐसा न हो, इसके लिए जिलाधिकारी अजय शंकर पांडेय ने नई पहल की है। उन्होंने मुख्य विकास अधिकारी की अध्यक्षता वाली एक समिति का गठन किया है। इसमें अपर जिलाधिकारी नगर, अपर जिलाधिकारी प्रशासन और प्रभारी अधिकारी शस्त्र भी शामिल होंगे। यह समिति अब शस्त्र लाइसेंस के लिए आवेदन करने वालों से शस्त्र लेने की वजह पूछेगी। शौकिया तौर पर शस्त्र लाइसेंस बनवाने के लिए आवेदन करने वालों के आवेदन निरस्त किए जाएंगे। आवेदन करने वालों में महिलाएं भी शामिल:
शस्त्र लाइसेंस के लिए आवेदन करने वालों में सरकारी अधिकारी, विभिन्न राजनीतिक दलों के पदाधिकारी, ठेकेदारों के साथ ही घरेलू महिलाएं भी शामिल हैं। बड़ी संख्या में ऐसे लोग हैं, जिनको शस्त्र लाइसेंस बनवाने की आवश्यकता नहीं है। ऐसे आवेदकों के कारण उन आवेदकों के शस्त्र लाइसेंस बनने में भी दिक्कत होती है, जिनको वास्तव में शस्त्र लाइसेंस की आवश्यकता है। ऐसा न हो, इसलिए समिति बनाई गई है। शस्त्र लाइसेंस बनवाने के लिए कई ऐसे आवेदन आए हैं, जिसमें आवेदक की न तो किसी से कोई रंजिश है न ही उसको किसी से जान का खतरा है। महज शौक पूरा करने के लिए शस्त्र लाइसेंस बनवाना चाहते हैं, ऐसे लोगों की पहचान कर उनके आवेदन निरस्त करने के लिए समिति बनाई गई है। जिसको जरूरत होगी, उसी का शस्त्र लाइसेंस बनाया जाएगा।
- अजय शंकर पांडेय, जिलाधिकारी