टिड्डी प्रकोप से फसल को बचाने के लिए प्रशासन तैयार
संवाद सहयोगी मुरादनगर टिड्डी के प्रकोप से किसानों की फसलों को बचाने के लिए जिला स्तर स
संवाद सहयोगी, मुरादनगर: टिड्डी के प्रकोप से किसानों की फसलों को बचाने के लिए जिला स्तर से लेकर ग्राम पंचायत तक कमेटियों का गठन किया गया है। अधिकारियों द्वारा फोन नंबर भी जारी किए गए है। जिन पर टिड्डी दल को देखते ही किसान सूचना दे सकेगा और टीम तत्काल पहुंचकर उसे वहीं नष्ट करेंगी। टिड्डी दल से फसल को बचाने के लिए किसानों को खुद भी जागरूक होना पड़ेगा। तेज ध्वनि से टिड्डी दल भाग जाता है। इसके लिए किसान को ढोल, डीजे, सायलंसर ट्रैक्टर स्टार्ट करना होगा। जिला कृषि रक्षा अधिकारी डॉ. आर.एस वर्मा ने बताया कि टिड्डी दल से किसानों को घबराने की जरूरत नहीं है। पिछले दिनों जिला स्तर पर बैठक का आयोजन हुआ था। जहां तमाम तैयारियों पर चर्चा की गई। टिड्डी दल के कानों मे तेज ध्वनि जैसे ही पड़ती है वह मौके पर नहीं रुकता है। दिन के मुकाबले रात में दस से बारह के बीच टिड्डी दल पर हमला किया जा सकता है। इसके लिए फायर टैंकर में दवाई डालकर टिड्डी दल पर वार किया जाएगा। यदि दमकल की गाड़ी को ऊंची-नीचे जगह होने के कारण पहुंचने परेशानी में होती है तो ड्रोन कैमरे की मदद से दवाई का छिड़काव किया जाएगा।
वर्ष 1993 में टिड्डी दल का प्रकोप गाजियाबाद के आसपास मेरठ, बागपत और बुलंदशहर में आया था। इस दौरान लगभग दो लाख 18 हजार हेक्टेयर फसल को नुकसान पहुंचा था। टिड्डी दल भी कोविड-19 की तरह एक राष्ट्रीय आपदा है। इसका मुकाबला किसानों के सहयोग से किया जा सकता है।
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कृषि रक्षा विभाग द्वारा जारी नंबर--अपर निदेशक कृषि रक्षा- 05222205868जनपद गाजियाबाद नंबर- 0120-2826056
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इन्हें भी दे चुके हैं किसान सूचना : टिड्डी दल को देखते ही ग्राम प्रधान, ब्लॉक अधिकारी, तहसीलदार, उपजिलाधिकारी, कृषि बीज भंडार सहित कृषि रक्षा अधिकारी के फोन नंबर भी किसान द्वारा सूचना दी जा सकती हैं। सूचना पर तत्काल कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। सूचना देने के साथ किसान कृषि रक्षा अधिकारियों द्वारा चलाए जा रहे जागरूकता अभियान के तहत भी टिड्डी दल को भगाने में कामयाब हो सकते हैं।