छह महीने से घर नहीं गए अभिनव
संक्रामक रोग नियंत्रण कक्ष में कार्यरत लैब टेक्नीशियन अभिनव सिंह ने चुनौती को स्वीकार करते हुए सर्वे शुरू कर दिया।
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद : इस साल मार्च में विदेश से आने वालों का घर-घर जाकर कोरोना सर्वे का काम शुरू हुआ तो कई लैब टेक्नीशियन और डॉक्टर बहाना बना कर इस मुहिम से हट गए। इस हालात में संक्रामक रोग नियंत्रण कक्ष में कार्यरत लैब टेक्नीशियन अभिनव सिंह ने चुनौती को स्वीकार करते हुए सर्वे शुरू कर दिया। तीन अन्य लैब टेक्नीशियन भी उनके साथ आ गए।
28 वर्षीय अभिनव छह महीने से घर नहीं गए हैं। स्वास्थ्य विभाग ने गेस्ट हाउस में उनके रहने का इंतजाम कराया है। बाद में कोरोना के केस बढ़ने लगे तो जिले में दस जांच बूथों का संचालन शुरू किया गया। अभिनव सैंपल लेने बूथ पर सुबह पहुंच जाते थे। विगत दो महीने से इन बूथों पर टीम भेजना और मोबाइल वैन को रोज कंटेनमेंट जोन में सैंपल के लिए भेजना उनकी ड्यूटी का हिस्सा है। पॉजिटिव और नेगेटिव व्यक्तियों की निगरानी के लिए अलग से टीमों को तैनात करना और उनको प्रशिक्षण दिलाने की भी जिम्मेदारी अभिनव की ही है। हाल ही में संपन्न हुए चार दिवसीय सीरो सर्वे में दस टीमों का गठन भी अभिनव की देखरेख में ही किया गया।