Move to Jagran APP

पांच माह में ओपीडी में पहुंचे मधुमेह के 75 हजार मरीज

जागरण संवाददाता गाजियाबाद मधुमेह रोग अब तेजी से फैल रहा है। खानपान में अनियमितता अधिक तनाव में रहने वाले लोग इसकी चपेट में अधिक आ रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के अनुसार कोरोना संक्रमणकाल की पहली और दूसरी लहर में मरने वाले 461 संक्रमितों में से 70 फीसद मधुमेह से पीड़ित थे।

By JagranEdited By: Published: Sat, 13 Nov 2021 09:45 PM (IST)Updated: Sat, 13 Nov 2021 09:45 PM (IST)
पांच माह में ओपीडी में पहुंचे मधुमेह के 75 हजार मरीज
पांच माह में ओपीडी में पहुंचे मधुमेह के 75 हजार मरीज

जागरण संवाददाता, गाजियाबाद: मधुमेह रोग अब तेजी से फैल रहा है। खानपान में अनियमितता, अधिक तनाव में रहने वाले लोग इसकी चपेट में अधिक आ रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के अनुसार कोरोना संक्रमणकाल की पहली और दूसरी लहर में मरने वाले 461 संक्रमितों में से 70 फीसद मधुमेह से पीड़ित थे। यानि 322 पहले से मधुमेह से ग्रसित थे। संक्रमित होने वाले 55,676 में 20 हजार संक्रमितों की मधुमेह का स्तर बढ़ा मिला। मेडिकल रिपोर्ट के अनुसार गंभीर रोगों से पीड़ित अधिकांश मरीजों में मधुमेह बढ़ा मिला है। ओपीडी में रोज एक हजार से अधिक लोगों की जांच कराने पर औसतन 500 में मधुमेह की पुष्टि हो रही है। वहीं 35 का मधुमेह लेवल 500 के पार मिल रहा है। जिला एमएमजी अस्पताल की ओपीडी में विगत पांच माह में मधुमेह के 75 हजार मरीज पहुंचे हैं। लैब से जांच कराने पर सभी को मधुमेह की पुष्टि हुई है। किसी का 300, तो किसी का मधुमेह का स्तर 400 पाया गया है। बाक्स..

loksabha election banner

मधुमेह रोगियों की स्थिति: एक नजर में

-विगत पांच महीनों में अकेले जिला एमएमजी अस्पताल की ओपीडी में 75 हजार से अधिक मधुमेह के मरीज पहुंचे।

-कोरोना संक्रमितों में अब तक 20 हजार से अधिक को जांच में मधुमेह की पुष्टि हुई है।

-जिले में मई 2020 में पहली कोरोना संक्रमित महिला की मौत की जांच में मिला था कि वह मधुमेह रोगी थी।

- टीबी के 16 हजार सक्रिय मरीजों में नौ हजार को मधुमेह है।

- आइडीएसपी स्थित क्लीनिक में 3,746 मधुमेह रोगियों का नियमित इलाज चल रहा है।

- पुलिस, जीडीए, नगर निगम, प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के अनेक अधिकारियों एवं कर्मचारियों को मधुमेह है।

- पीएचसी में अब प्रत्येक रोगी की मधुमेह जांच की व्यवस्था की जा रही है। वर्जन..

मधुमेह रोग अब सिर्फ बड़ों ही नहीं, बच्चों को भी हो रहा है। ओपीडी में रोज 20 से 35 बच्चों को जांच में मधुमेह मिल रहा है। इसमें 40 से लेकर 60 वर्ष के लोगों का मधुमेह स्तर अधिक मिल रहा है। नियमित टहलने से मधुमेह से बचा जा सकता है। खाने में मीठा बंद करना और योग करना अनिवार्य है। छोटी-छोटी बातों पर तनाव न लें। तीन महीने के अंतराल पर मधुमेह जांच जरूर कराएं। रेंडम जांच में 180 से कम मधुमेह स्तर बेहतर होता है। मधुमेह की पुष्टि होने पर नियमित दवा खाने के साथ चिकित्सक का परामर्श जरूर मानें।

- डा.अनुराग भार्गव, सीएमएस, जिला एमएमजी अस्पताल।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.