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घर रहकर कोरोना की जंग जीतने में जुटे 5,619 संक्रमित

मदन पांचाल गाजियाबाद अनेक संक्रमित बेशक अस्पतालों में भर्ती होने के लिए दिन-रात घूम रहे हो

By JagranEdited By: Published: Mon, 03 May 2021 08:39 PM (IST)Updated: Mon, 03 May 2021 08:39 PM (IST)
घर रहकर कोरोना की जंग जीतने में जुटे 5,619 संक्रमित
घर रहकर कोरोना की जंग जीतने में जुटे 5,619 संक्रमित

मदन पांचाल, गाजियाबाद: अनेक संक्रमित बेशक अस्पतालों में भर्ती होने के लिए दिन-रात घूम रहे हों, लेकिन जिले के 5,619 संक्रमित ऐसे भी हैं जो घर पर रहकर कोरोना को पटखनी देने में जुटे हुए हैं। होम आइसोलेशन में सक्रिय केसों की संख्या अब सबसे अधिक है। 6,558 सक्रिय केसों के सापेक्ष पांच हजार से अधिक घर पर हैं। चिकित्सक की सलाह पर कोविड की दवाओं के साथ प्रोटोकाल का पालन भी कर रहे हैं। इनमें खुद सीएमओ डा. एनके गुप्ता भी शामिल हैं। आधा दर्जन चिकित्सकों के अलावा एक दर्जन अफसर भी होम आइसोलेट हैं। स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के अनुसार 42 हजार संक्रमितों के सापेक्ष एक साल में 18,901 ने घर रहकर कोरोना को हराया है। अस्पताल में रहकर कोरोना को मात देने वालों की संख्या 16,932 है। विगत छह दिनों में ही 4,049 लोगों ने घर से कोरोना से जंग जीती है।

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पांच दिन में घर से ठीक होने वालों की संख्या

तिथि ठीक हुए

28 अप्रैल 581

29 अप्रैल 367

30 अप्रैल 504

1 मई 892

2 मई 851

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सात दिन पहले संक्रमित होने के बाद होमआइसोलेट हो गया था। कोविड संबंधी दवाएं नियमित ले रहा हूं। डायबिटिक होने के बाद भी घबरा नहीं रहा हूं। पनीर, दाल, सूप ले रहा हूं। दिन में पांच पर भाप ले रहा हूं। फीवर कम हो गया है। घर से ही कार्यालय के काम निपटाने के साथ ही उच्च अफसरों को जिले की प्रगति रिपोर्ट भेज रहा हूं। कोरोना को घर रहकर बेहतर तरीके से हराया जा सकता है।

-डा. एनके गुप्ता, सीएमओ

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बुखार आने एवं सांस लेने में परेशानी होने पर जांच कराई तो रिपोर्ट पाजिटिव आ गई। घर पर रहकर कोरोना को मात देने का प्रयास कर रहा हूं। पर्यावरण को लेकर रोज नई-नई किताबें एवं सर्च का अध्ययन कर रहा हूं। कोविड उपचार में दी जाने वाली दवाएं नियमित लेने के साथ ही भाप ले रहा हूं। प्रोटीन युक्त भोजन का सेवन कर रहा हूं। दस दिन में काफी सुधार है।

-डा. जितेंद्र नागर, पर्यावरणविद

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पंचायत चुनाव में प्रचार करते-करते संक्रमित हो गया। होम आइसोलेशन में रहकर कोरोना को मात देने में लगा हुआ हूं। परिवार से अलग एक कमरे में रहकर खुद ही कपड़े धोता हूं और अध्ययन करता हूं। खाना गेट पर रखकर पत्नी चली जाती है,बाद में उठाकर खाना खाता हूं। दवाएं लेने के साथ योग भी कर रहा हूं। आठ दिन में सेहत में सुधार है।

- अमित त्यागी, भाजपा नेता

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कोरोना से डरने की जरूरत नहीं है। लक्षण दिखते ही जांच करानी चाहिए और खुद को होमआइसोलेट कर लेना चाहिए। घर रहकर डीएम द्वारा सौंपी गई अहम जिम्मेदारी का निर्वहन करने के साथ ही कोरोना को हरा रहा हूं। लगभग स्वास्थ्य ठीक हो चला है। रिपोर्ट नेगेटिव आ गई है। दवा लेने के साथ नियमित गरम पानी का सेवन करना एवं भाप लेना आदत बन गई है।

- विनीत कुमार, जिला अभिहित अधिकारी

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कोरोना के लक्षण दिखने अथवा संक्रमित के संपर्क में आते ही खुद को होमआइसोलेट करना जरूरी है। बुखार, खांसी, सांस लेने में परेशानी होने पर घबराना नहीं चाहिए। आक्सीजन स्तर 90 तक होने पर भी अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत नहीं है। घर पर रहकर कोरोना से जंग जीतना बेहद आसान है। समय पर दवा एवं चिकित्सक की सलाह लेनी चाहिए। योग करना चाहिए। भाप लेनी चाहिए। गरम पानी से गरारे करने चाहिए। नकारात्मक सोच त्याग कर 15 दिन तक अच्छी मूवी देखनी चाहिए और किताबें पढ़नी चाहिए। सामान्य खाना ही खाना चाहिए।

-डा. बृजपाल त्यागी, ईएनटी विशेषज्ञ, हर्ष पालीक्लीनिक


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