ऑटो गैंग के पाच बदमाश मुठभेड़ में पकड़े
जागरण संवाददाता गाजियाबाद देर रात घर लौटने वाले लोगों खासकर महिलाओं के साथ आटो गैंग
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद : देर रात घर लौटने वाले लोगों खासकर महिलाओं के साथ आटो गैंग द्वारा की जा रही लूटपाट की ताबड़तोड़ घटनाओं के बीच गाजियाबाद पुलिस ने सोमवार रात तीसरे गिरोह को मुठभेड़ के बाद दबोच लिया। पुलिस मुठभेड़ के दौरान एक बदमाश को गोली लगी, जबकि एक फरार हो गया। पुलिस ने मौके से पाच आरोपितों को गिरफ्तार किया। ऑटो, दो तमंचे व तीन चाकू बरामद हुए हैं। साथ ही युवती से लूटा पर्स भी पुलिस को मिल गया है।
एसपी सिटी श्लोक कुमार ने बताया कि प्रताप विहार में रहने वाली रितु रावत दिल्ली की एक निजी कंपनी में जॉब करती हैं। वह एक दोस्त के साथ नोएडा गई थीं और सोमवार रात करीब 10 बजे प्रताप विहार के लिए सेक्टर-62 से ऑटो में सवार हुई। इस आटो में पाच लोग पहले से ही सवार थे। एनएच-9 (24) पर सूनसान रास्ते पर अचानक ऑटो मोड़ दिया गया। रितु ने विरोध किया तो पीछे बैठे दो बदमाशों ने उनका मुंह दबा दिया और कपड़े से उनके हाथ बाध दिए। कुछ दूरी पर ऑटो रोककर आरोपितों ने गन प्वाइंट पर उनसे पर्स छीन लिया। विरोध पर आरोपितों ने मारपीट की। पर्स में करीब पाच हजार रुपये, मोबाइल और उनके कई दस्तावेज थे। वारदात के बाद आरोपितों ने उन्हें कुछ दूर अंदर ले जा कर फेंक दिया। पीड़िता ने राहगीर की मदद से अपने परिजनों को फोन किया और पुलिस को सूचना दी। वायरलेस से आटो गैंग द्वारा एक और महिला को लूटने की सूचना मिलते ही हड़कंप मच गया। सूचना के आधार पर विजयनगर थाना पुलिस ने अलग-अलग टीम बनाकर आसपास के क्षेत्रों में चेकिंग शुरू की। पुलिस ने एक सजवान नगर जाने वाले रास्ते पर एक ऑटो को चेकिंग के लिए रोका तो चालक ने ऑटो भगा दिया। पुलिस के पीछा करने पर आटो में सवार एक बदमाश ने फायर कर दिया। गनीमत रही कि इसमें पुलिस टीम का कोई सदस्य घायल नहीं हुआ। इसके बाद अन्य टीम भी मौके पर पहुंची और ऑटो को घेर लिया।
एसएचओ विजयनगर श्यामवीर सिंह ने बताया कि पुलिस की जवाबी कार्रवाई में राजू उर्फ बहादुर के पैर में गोली लगी, जो मूल रूप से नेपाल का रहने वाला है। इसके बाद पुलिस ने ऑटो में सवार चार अन्य लोगों को भी गिरफ्तार कर लिया। इनकी पहचान पवन, करन, संदीप व राजकुमार के रूप में हुई है, जो खोड़ा व विजय नगर क्षेत्र के रहने वाले हैं। हालाकि इस दौरान एक आरोपित फरार हो गया। पुलिस के मुताबिक वारदात के वक्त आटो में पाच बदमाश थे, जबकि मुठभेड़ के दौरान छह लोग सवार थे। पुलिस का दावा है कि डेंटिस्ट से लूटपाट करने वाले भी इसी गिरोह के सदस्य थे, जिन्हें इंदिरापुरम पुलिस ने कुछ दिन पूर्व पकड़ा था। इन्होंने ही नोएडा से सवार हुई दिल्ली यूनिवर्सिटी की बीकॉम छात्रा के साथ भी घटना की थी। प्राथमिक पूछताछ में आरोपितों बताया कि बीते साल में उन्होंने करीब एक दर्जन घटनाओं को अंजाम दिया है। इससे पहले विजयनगर पुलिस भी एक आटो गैंग के दो बदमाशों को गिरफ्तार कर चुकी है। सीसीटीवी से हुआ मिलान
एसपी सिटी ने बताया कि पूर्व की कुछ घटनाओं से मिली सीसीटीवी फुटेज से कुछ संदिग्धों की फोटो तैयार की गई थी सोमवार रात पकड़े गए आरोपितों का प्राथमिक स्तर पर इन फोटो से मिलान कर लिया गया है। हालाकि जाच के बाद ही इसकी आधिकारिक पुष्टि की जा सकती है। उनके मुताबिक गाजियाबाद पुलिस द्वारा पकड़े गए तीनों गैंग एक ही हैं।