बच्चे का शव मिला, जीडीए के चार कर्मी निलंबित
मिशलगढ़ी में रविवार को निर्माणाधीन चार मंजिला इमारत गिरने की घटना में एक और मौत हो गई है। रविवार देर रात मलबे से छह वर्षीय बच्चे का शव निकाला गया। हादसे में मरने वालों की संख्या दो हो गई है जबकि बच्चे की नानी मलबे में दबी हुई है। एनडीआरएफ, पुलिस व प्रशासन की टीमें राहत कार्यों में जुटी हुई थीं। जीडीए ने तीन लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है। हादसे के बाद जीडीए ने सोमवार को 64 अवैध इमारतों को सील कर दिया। मजिस्ट्रेटी जांच में जीडीए के 14 कर्मचारियों को दोषी माना गया है।
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद : मिशलगढ़ी में रविवार को निर्माणाधीन चार मंजिला इमारत गिरने की घटना में एक और मौत हो गई है। रविवार देर रात मलबे से छह वर्षीय बच्चे का शव निकाला गया। हादसे में मरने वालों की संख्या दो हो गई है जबकि बच्चे की नानी मलबे में दबी हुई है। एनडीआरएफ, पुलिस व प्रशासन की टीमें राहत कार्यों में जुटी हुई थीं। जीडीए ने तीन लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है। हादसे के बाद जीडीए ने सोमवार को 64 अवैध इमारतों को सील कर दिया। मजिस्ट्रेटी जांच में जीडीए के 14 कर्मचारियों को दोषी माना गया है।
मिशलगढ़ी में चार मंजिला निर्माणाधीन इमारत गिर पड़ी थी। हादसे में मजदूर राजेश (35) की मौत हो गई थी। उसकी बहन गीता का इलाज चल रहा है। रविवार देर मलबे से गीता के बेटे सागर (6) का शव बाहर निकाला गया। गीता ने बताया था कि उसकी मां विद्यावती मलबे में दबी हुई है। गीता को सुबह सात बजे घटनास्थल पर लाया गया और विद्यावती की लोकेशन का पता लगाया गया। गीता ने बताया कि उसकी मां ग्राउंड फ्लोर पर थी। रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद भी विद्या का पता नहीं चल सका। तीन के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज
जीडीए के अवर अभियंता अरुण ने मसूरी थाने में डीएसए बिल्डटेक प्रा. लि. के डायरेक्टर दिनेश कुमार, मुकेश ¨सह, कृष्णपाल तोमर के खिलाफ मामला दर्ज कराया है। यह जमीन डायरेक्टर दिनेश कुमार की है। मजिस्ट्रेटी जांच में पाया गया कि तीन बार ध्वस्तीकरण के नोटिस जारी होने के बावजूद इस अवैध इमारत को सील नहीं किया गया। मामले में दोषी पाते हुए 14 के खिलाफ कार्रवाई की संस्तुति की गई है। इसके बाद जीडीए ने सुपरवाइजर गो¨वदशरण दुबे, गजेंद्र ¨सह, राजबीर ¨सह और वर्कमेट मुकेश को निलंबित कर दिया। अभियंता निशांत कुमार, अवर अभियंता टीएन ¨सह, रमाकांत तिवारी, रामेश्वर शर्मा, कमलदीप, अरुण कुमार ¨सह और आदर्श भटनागर के खिलाफ कार्रवाई के लिए शासन को संस्तुति की गई है।