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तीन महीने में महज 250 हैंडपंप दुरुस्त करा पाया नगर निगम

जागरण संवाददाता, गाजियाबाद : गर्मी अपने चरम पर है। लोग बेहाल हैं। उनका हलक सूख रहा है। नगर निगम को लोगों की ¨चता ही नहीं है। अब तक निर्धारित लक्ष्य के महज 34 फीसद हैंडपंप रीबोर कराए गए। जिससे लोग परेशानी का सामना कर रहे हैं। पानी के लिए उन्हें भटकना पड़ रहा है। लोग इस बारे में शिकायत करने के लिए रोजाना निगम के चक्कर काट रहे हैं।

By JagranEdited By: Published: Sun, 08 Jul 2018 08:25 PM (IST)Updated: Sun, 08 Jul 2018 08:25 PM (IST)
तीन महीने में महज 250 हैंडपंप दुरुस्त करा पाया नगर निगम
तीन महीने में महज 250 हैंडपंप दुरुस्त करा पाया नगर निगम

जागरण संवाददाता, गाजियाबाद : गर्मी अपने चरम पर है। लोग बेहाल हैं। उनका हलक सूख रहा है। नगर निगम को लोगों की ¨चता ही नहीं है। अब तक निर्धारित लक्ष्य के महज 34 फीसद हैंडपंप रीबोर कराए गए। जिससे लोग परेशानी का सामना कर रहे हैं। पानी के लिए उन्हें भटकना पड़ रहा है। लोग इस बारे में शिकायत करने के लिए रोजाना निगम के चक्कर काट रहे हैं।

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गर्मी के मौसम से पहले मेयर आशा शर्मा ने पीने के पानी की आपूर्ति की व्यवस्थाओं की समीक्षा की थी। इस बात को तीन महीने को गए। तब बताया गया था कि शहर में 6912 हैंडपंप लगे हैं। उनमें से 750 हैंडपंप खराब हो चुके हैं। उन्हें रीबोर किया जाएगा। मेयर ने निर्देश दिए थे कि शहर में पानी को लेकर हाहाकार मचने से पहले इन्हें ठीक कराया जाए। उस वक्त जलकल विभाग के अधिकारियों ने वादा किया था कि एक महीने में सभी रीबोर करा दिए जाएंगे। अब तीन महीने बीत चुके हैं। मात्र 253 हैंडपंप रीबोर हो जाए हैं। 500 हैंडपंप सूखे पड़े हैं। जिनके बिना कुछ इलाकों में पानी की किल्लत महसूस हो रही है। सबसे ज्यादा बुरी स्थिति विजयनगर क्षेत्र में हैं। यहां ज्यादातर इलाकों में पेयजल आपूर्ति की पाइपलाइन नहीं हैं। हैंडपंप से ही लोग पानी भरते थे। अब दूरदराज इलाकों से लोग पानी ला रहे हैं। उन घरों से पानी ले रहे हैं, जिनके घर सबमर्सिबल लगे हैं।

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यहां रीबोर नहीं हुए हैंडपंप

राहुल विहार, शांति नगर, बागू, सुदामापुरी, भूड़भारतनगर, रामपुरी, गो¨वदपुरम, ¨हडन विहार, कृष्णा नगर, सिहानी, कैला भट्टा, विजयनगर समेत कई इलाकों में हैंडपंप खराब होने के कारण लोग पानी की किल्लत महसूस कर रहे हैं।

------ अब तक 250 हैंडपंप रीबोर हुए हैं। रीबोर कार्य की गति धीमी है। लोगों की आपत्तियों के कारण दिक्कत आ रही है। कोई अपने घर के सामने या करीब रीबोर करने ही नहीं दे रहा। रास्ता तलाशा जा रहा है कि लोगों को समझा कर जल्द लक्ष्य अनुसार हैंडपंप रीबोर कर दिए जाएं।

-आनंद त्रिपाठी, अधिशासी अभियंता, नगर निगम


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