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यूपी गेट की बंद ट्रैफिक लाइट से रोज गुजरते हैं 25 लाख वाहन

जागरण संवाददाता, साहिबाबाद : दिल्ली से गाजियाबाद और मोहन नगर की ओर रोजाना 20 से 25 लाख वाहन आते-जाते

By Edited By: Published: Mon, 20 Feb 2017 08:24 PM (IST)Updated: Mon, 20 Feb 2017 08:24 PM (IST)
यूपी गेट की बंद ट्रैफिक लाइट से रोज गुजरते हैं 25 लाख वाहन
यूपी गेट की बंद ट्रैफिक लाइट से रोज गुजरते हैं 25 लाख वाहन

जागरण संवाददाता, साहिबाबाद : दिल्ली से गाजियाबाद और मोहन नगर की ओर रोजाना 20 से 25 लाख वाहन आते-जाते हैं। फिर भी तीन महीने से यहां ट्रैफिक लाइट खराब है। यातायात पुलिस इसकी मरम्मत के लिए अब तक जिला प्रशासन और नगर निगम से दर्जनों बार गुहार लगा चुकी है। बंद ट्रैफिक लाइट से रोजाना लंबा जाम लगता है। कई बार यह समस्या हादसों का कारण भी बनती है।

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गाजियाबाद में सबसे ज्यादा ट्रैफिक का दबाव हर रोज यूपी गेट पर रहता है, लेकिन इस तिराहे पर यातायात नियंत्रण का सालों पुराना तरीका ही आजमाया जा रहा है। बंद ट्रैफिक लाइट से होकर हर रोज लाखों वाहन गुजर जाते हैं, लेकिन इनकी मरम्मत की सुध किसी को भी नहीं है। ट्रैफिक लाइट खराब होने से यहां रोज सुबह-शाम लंबा जाम लगता है, जिसमें गाड़ियों का ईंधन और लोगों का वक्त दोनों ही जाया होता है। लंबी लाइन में फंसे वाहनों की आए दिन किसी न किसी वाहन से टक्कर भी हो जाती है। यहां तैनात पुलिसकर्मियों की मानें तो ट्रैफिक लाइट ठीक नहीं होने से ही यहां यातायात सुचारु नहीं हो पा रहा है।

ट्रैफिक लाइट न जलने से वाहनों की लाइन खत्म होने तक दूसरी दिशा का यातायात रोकना पड़ता है। आगे निकलने के चक्कर में अक्सर वाहन लेकर लोग चौराहे के बीच तक आ जाते हैं। ऐसे में कई बार वाहनों की टक्कर भी हो चुकी है। ट्रैफिक लाइट के अभाव में वाहन चालकों पर सिग्नल तोड़ने की कार्रवाई भी नहीं हो पाती है।

हर मिनट गुजरते हैं 150 वाहन : यातायात पुलिस के अनुसार यूपी गेट से हर मिनट पर वाहनों के गुजरने का औसत 135 से 150 के बीच है। सुबह-शाम को व्यस्त समय में यह आंकड़ा बढ़कर 180 वाहन प्रति मिनट से भी ज्यादा हो जाता है। इस गिनती में दोपहिया वाहन शामिल नहीं किए गए हैं। यातायात दबाव कम होने की स्थिति में भी यहां से गुजरने वाले वाहनों की कम से कम संख्या 100 वाहन प्रति मिनट है।

दर्जनों बार नगर निगम से हो चुकी है शिकायत : यूपी गेट पर ट्रैफिक लाइट खराब होने से यातायात पुलिस भी खासा परेशान है। यहां ज्यादा पुलिसकर्मियों को यातायात नियंत्रण के लिए लगाना पड़ रहा है। फिर भी यातायात नहीं संभल पाता। यातायात पुलिस के अनुसार जब से लाइट खराब हुई है एक दर्जन से ज्यादा पत्र नगर निगम को भेजे जा चुके हैं। इन लाइटों को ठीक कराने की जिम्मेदारी चूंकि नगर निगम की है। यातायात पुलिस के पास इसका कोई बजट नहीं है।

जिला प्रशासन और नगर निगम दोनों को इस समस्या से अवगत कराया जा चुका है। यूपी गेट पर ट्रैफिक लाइट तुरंत ठीक कराए जाने की जरूरत है। यहां से सबसे ज्यादा ट्रैफिक गुजरता है।

राजेश कुमार , एसपी यातायात


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