अर्थला झील पर बने 150 मकान इस माह के अंत में होंगे ध्वस्त
अर्थला झील पर बने 150 मकान पहले चरण में ध्वस्त किए जाएंगे। नगर निगम ने इन मकानों की बेदखली की प्रक्रिया पूरी होने पर ध्वस्तीकरण के लिए दिन मुकर्ररर कर लिया है। इस महीने अंत में कार्रवाई को अंजाम देने के लिए भारी पुलिस बल मांगा गया है।
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद : अर्थला झील पर बने 150 मकान पहले चरण में ध्वस्त किए जाएंगे। नगर निगम ने इन मकानों की बेदखली की प्रक्रिया पूरी होने पर ध्वस्तीकरण के लिए दिन मुकर्रर कर लिया है। इस महीने अंत में कार्रवाई को अंजाम देने के लिए भारी पुलिस बल मांगा गया है।
कड़कड़ मॉडल निवासी सुशील राघव और आकाश वशिष्ट ने पिछले साल एनजीटी में अर्थला झील को लेकर याचिका दायर की थी। झील की जमीन पर हो रहे अतिक्रमण पर रोक लगाने और अतिक्रमण हटवाने की मांग की गई थी। याचिका में एनजीटी को बताया था कि झील दो लाख तीन हजार 662 वर्ग मीटर क्षेत्र में फैली हुई थी। झील की जमीन पर लोगों ने घर बना लिए। अब इसका क्षेत्र एक लाख 32 हजार वर्ग मीटर रह गया है। यह भी बताया था कि नाले और सीवर का पानी झील को दूषित कर रहा है। इस मामले में एनजीटी ने डीएम को तीन माह में झील से अतिक्रमण मुक्त हटाने का आदेश दिया था। उस पर कार्रवाई करते हुए निगम ने झील की जमीन और आसपास अवैध रूप से बने 350 मकान और भवन चिह्नित किए थे। उनमें से 150 की प्रक्रिया न्यायिक तहसीलदार के न्यायालय में पूरी हो गई है। पहले चरण में इन्हें तोड़ा जाएगा। दूसरे चरण में बाकी मकानों और भवनों को तोड़ा जाएगा।
अर्थला झील की जमीन पर 150 अवैध मकान और भवनों को इस माह के अंत में ध्वस्त किया जाएगा। तिथि निर्धारित कर दी गई है। भारी पुलिस बल मांगा गया है। इन मकान और भवनों की बेदखली प्रक्रिया न्यायिक तहसीलदार के न्यायालय में पूरी हो चुकी है।
-आरएन पांडेय, अपर नगर आयुक्त, नगर निगम