वाहनों का खर्च कम करने को जमीन की खोज
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद : शहर का कूड़ा डंप करने को जमीन की फांस दूर करने के लिए नगर निगम की ओर से कवायद शुरू हो गई है। बुधवार को नगर आयुक्त एसके सिंह ने क्षेत्रवार कूड़ा डंप करने के लिए जमीन की तलाश में निगम की टीम को भेजा। नगर आयुक्त के मुताबिक कूड़ा उठाने वाले निगम वाहनों का खर्च कम करने के लिए कई क्षेत्रों में कूड़ा डंप करने की योजना है। शहर का कूड़ा निस्तारण करने के मामले में 23 अगस्त को मुंबई के रहने वाले सोलिड वेस्ट मैनेजमेंट के एक्पर्ट डॉ. माले के साथ नगर आयुक्त की निगम मुख्यालय में बैठक होगी। बैठक में कूड़ा को कैसे डंप किया जाए और कितनी जमीन की आवश्यकता होगी आदि कई मुद्दों पर चर्चा होगी। दरअसल, डूंडाहेड़ा में नगर निगम की 14 एकड़ व चिपियाना गांव की 35 एकड़ जमीन पर सोलिड वेस्ट मैनेजमेंट योजना के तहत डंपिंग ग्राउंड का निर्माण प्रस्तावित है। डूंडाहेड़ा में डंपिंग ग्राउंड का निर्माण न हो सके, इसलिए क्रॉसिंग इंफ्रास्ट्रक्चर व अंसल गु्रप बिल्डर ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर रखी हैं। इस मामले में सुप्रीम कोर्ट में दो सितंबर को सुनवाई होनी है।
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इन क्षेत्रों में देखी गई जमीन
शहर का कूड़ा डंप करने के लिए निगम की जिन क्षेत्रों में जमीन है, उसे तलाश करने के लिए टीम को भेजा गया। टीम में शामिल नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. आरके यादव, सीएडंडीएस विंग के एक्जीक्यूटिव इंजीनियर टीएस अरोड़ा, निगम के कानूनगो अजय गर्ग, एक्जीक्यूटिव इंजीनियर एके सिंह आदि ने जमीनों का निरीक्षण किया। नंदग्राम स्थित रेत मंडी, महामाया स्टेडियम के पीछे एवं ईको पार्क के पास, राजनगर एक्सटेंशन में पेट्रोल पंप के पास, पार्षद कुसुम सिंह द्वारा राजेंद्रनगर में बताई गई जमीन एवं गालंद में 35 एकड़ जमीन के अलावा प्रताप विहार में आवास एवं विकास परिषद की सिद्धार्थ विहार योजना के पास 30 एकड़ जमीन टीम द्वारा देखी गई, लेकिन इनमें से अभी किसी भी क्षेत्र की जमीन फाइनल नहीं की गई। निगम फिलहाल प्रताप विहार में सिद्धार्थ विहार योजना के पास ही कूड़ा डंप कर रहा है। हालांकि परिषद अधिकारियों के विरोध के चलते कई बार विवाद हो चुका है।
निगम वाहनों द्वारा फिलहाल प्रताप विहार में अपनी ही जमीन पर शहर का कूड़ा डंप किया जा रहा है। परिषद अधिकारी कई बार कूड़ा डंप करने का विरोध कर चुके हैं। इसलिए अन्य क्षेत्रों में जमीन की तलाश करने के लिए टीम को भेजा गया था। पांचों जोन से निकलने वाला कूड़ा उसी जोन क्षेत्र में डंप किया जा सके, इसलिए क्षेत्रवार जमीन की तलाश कराई जा रही है। 23 अगस्त को मुंबई निवासी डॉ. माले के साथ बैठक रखी गई है। वाहनों का तेल खर्च कम हो सके, इसी के चलते जोन वार कूड़ा डंप करने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं।
एसके सिंह
नगर आयुक्त, नगर निगम गाजियाबाद।