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रैन बसेरों के आसपास 15 दिन में 10 लोगों ने दम तोड़ा

मदन पांचाल गाजियाबाद सर्दी की दस्तक के साथ ही खुले आसमान के नीचे रात गुजारने वालों की जिंदगी खतरे में आ गई है। स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के अनुसार विगत 15 दिनों में चार मुख्य रैन बसेरों के आसपास 10 लोगों ने दम तोड़ दिया है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 23 Nov 2021 10:09 PM (IST)Updated: Tue, 23 Nov 2021 10:09 PM (IST)
रैन बसेरों के आसपास 15 दिन में 10 लोगों ने दम तोड़ा

मदन पांचाल, गाजियाबाद: सर्दी की दस्तक के साथ ही खुले आसमान के नीचे रात गुजारने वालों की जिंदगी खतरे में आ गई है। स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के अनुसार विगत 15 दिनों में चार मुख्य रैन बसेरों के आसपास 10 लोगों ने दम तोड़ दिया है। नासिरपुर फाटक के पास स्थित रैन बसेरे के अलावा ग्रीन बेल्ट राजनगर और जिला एमएमजी के रैन बसेरे के बाहर भी मृत अवस्था में लोग मिले हैं। एक व्यक्ति की मौत बस अड्डे के रैन बसेरे के बाहर भी हुई है। इनमें आठ का अज्ञात मानते हुए पोस्टमार्टम कराया गया है, जबकि दो का नाम और उम्र का पता लगने पर भी स्वजन नहीं आए। इस पर पोस्टमार्टम कराने के बाद अज्ञात में ही इन शवों का अंतिम संस्कार कराया गया है। बाक्स..

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मृतकों का विवरण

-13 नवंबर को जिला एमएमजी स्थित रैन बसेरे के बाहर अज्ञात 60 वर्षीय पुरूष की मौत।

-13 नवंबर को संयुक्त अस्पताल स्थित रैन बसेरे के बाहर 40 वर्षीय अज्ञात की मौत।

-16 नवंबर को पुराना बस अड्डा स्थित रैन बसेरे के सामने 45 वर्षीय अज्ञात पुरूष का शव मिला।

-17 नवंबर को रेलवे स्टेशन स्थित रैन बसेरे के बाहर 55 वर्षीय अज्ञात पुरूष का शव मिला।

-18 नवंबर को नासिरपुर फाटक स्थित रैन बसेरे के बाहर 66 वर्षीय अज्ञात पुरूष का शव मिला। वर्जन..

रैन बसेरों के बाहर और अंदर कुछ लोग नशे की हालत में रहते हैं। बाहर आकर गिर जाते हैं और सर्दी की वजह से मौत हो जाती है। अब तक चार लोगों को मृत अवस्था में इमरजेंसी में लाया गया और पोस्टमार्टम के लिए शवों को भेजा गया है।

-डा.अनुराग भार्गव, सीएमएस, जिला एमएमजी अस्पताल।

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जनवरी से लेकर नवंबर में अब तक कुल 296 अज्ञात लोगों का अंतिम संस्कार कराते हुए अस्थियों का विसर्जन कराया गया है। एक नवंबर से 23 नवंबर तक 37 अज्ञात शवों का अंतिम संस्कार कराया गया है। इनमें अधिकांश की मौत रैन बसेरों के अलावा रेलवे स्टेशन और बस अड्डों के आसपास दर्शाई गई है।

-आचार्य मनीष शर्मा, प्रभारी, हिडन मोक्ष स्थली।


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