तपती धूप में खाता खुलवाने पहुंच रही महिलाएं
तपती धूप में खाता खुलवाने पहुंच रही महिलाएं
संवाद सहयोगी, टूंडला: पोस्ट ऑफिस में जीरो बैलेंस खाता खुलवाने को हर रोज दर्जनों महिलाएं पहुंच रही हैं। सुबह से शाम तक धूप में बैठने के बाद भी खाते नहीं खुल पा रहे हैं। इस दौरान जमकर शारीरिक दूरी की भी धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। जबकि स्टेशन पर हर समय आरपीएफ व जीआरपी के जवान मौजूद रहते हैं।
केन्द्र सरकार ने इस आपदा की घड़ी में मदद देने के उद्देश्य से गरीबों के खातों में पैसे भेजे हैं। ऐसे में उन्हें सबसे ज्यादा परेशानी हो रही है। जिनके अभी तक खाते नहीं खुले है। सरकारी मदद मिलने की आस में हर रोज दर्जनों महिलाएं स्टेशन स्थित पोस्ट ऑफिस पहुंच रही हैं। सुबह सात बजे से ही महिलाएं वहां पहुंच जाती है, लेकिन शाम तक मात्र पन्द्रह से बीस महिलाओं का ही खाता खुल पाता है। ऐसे में शेष को वापस लौटना पड़ता है। जबकि वह तपती दोपहरी में खड़े होकर अपनी बारी आने का इंतजार करती हैं। सविता नगर की गीता देवी बताती है कि वह तीन दिनों से आ रही हैं। उनसे पहले कई महिलाएं आकर नंबर लगा देती हैं। ऐसे में उन्हें वापस लौटना पड़ा। आज वह सुबह छह बजे पहुंच गई थी। तब जाकर नंबर आया। यह हाल किसी एक महिला का नहीं है बल्कि वहां आने वाली हर महिला का दर्द यही है। उनका कहना है कि खाते सिर्फ पोस्ट ऑफिस में ही खुल रहे हैं। जबकि हर बैंक में खाते खुलवाने की व्यवस्था सरकार को करनी चाहिए।