अनलॉक हुए ट्रांसपोर्ट ऑफिस, पुराने आर्डर भेजने की तैयारी
अनलॉक हुए ट्रांसपोर्ट ऑफिस पुराने आर्डर भेजने की तैयारी
जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद: कोरोना काल में चूड़ी कारोबार को करोड़ों की चपत लग चुकी है। सोमवार से शुरू हुए अनलॉक-1 के साथ शहर में व्यवसायिक गतिविधियां तेज होती जा रही है। बुधवार को चूड़ी से संबंधित दो दर्जन ट्रांसपोर्ट कंपनियों के ताले खुले तो दो माह पुराने आर्डर का माल बाहर भेजने की तैयारी शुरू हो गई।
लॉकडाउन के चलते चूड़ी उत्पादन के साथ कारोबार भी पर भी ताला लगा हुआ है। चूड़ी कारोबारी व ट्रांसपोर्टरों की पहल पर जिला प्रशासन ने कंटेनमेंट एरिया को छोड़कर अन्य ट्रांसपोर्टर खोलने की सशर्त अनुमति प्रदान कर दी है। सहायक श्रमायुक्त एके सिंह ने जारी आदेश में स्पष्ट कहा है कि यूनियन की मांग ट्रांसपोर्ट कंपनियों को तीन से नौ जून तक ट्रांसपोर्ट पर रखा पुराना माल बाहर भेजने की अनुमति प्रदान की गई है। अभी चूड़ी के गोदाम व स्टॉक खोलने पर पूरी तरह पाबंदी रहेगी। बाजार में कोई ठेला नहीं चलेगा। देर शाम प्रशासन से अनुमति मिलने के साथ बुधवार को सुबह ट्रांसपोर्ट कंपनियों के ताले खुलना शुरू हो गए। ट्रांसपोर्ट कंपनियों पर हाथ धोने को साबुन पानी, सैनिटाइजर की व्यवस्था की गई। मजदूरों द्वारा शारीरिक दूरी बनाते हुए पुराने की माल लोड़िग की गई, लेकिन ट्रांसपोर्टरों द्वारा नए माल की बुकिग नहीं की गई। फैली भ्रम की स्थिति, खोलकर बैठ गए गोदाम
जिला प्रशासन के आदेश के बावजूद बुधवार को सुबह कुछ व्यापारियों ने अपने गोदाम खोलना शुरू कर दिया। इसकी सूचना मिलते ही जिला व पुलिस प्रशासन सक्रिय हो गई। पुलिस कर्मियों ने कई गोदाम बंद कराए। इसके बाद प्रशासन ने नगर निगम के वाहन से एनाउंस कराया कि केवल ट्रांसपोर्ट पर रखा माल बाहर भेजने की अनुमति है। यदि कोई ठेल पर चूड़ी लेकर ट्रांसपोर्ट पर जाता पकड़ा जाएगा तो उसका माल जब्त कर लिया जाएगा। इससे ठेल वालों में खलबली मच गई। वह चोरी छिपे गलियों में घूमकर ट्रांसपोर्ट तक पहुंचे।
बॉर्डर के अंदर कैसी आएंगी गाड़ियां फीरोजाबाद चूड़ी ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन अध्यक्ष सरफरान खान का कहना है कि जिला प्रशासन द्वारा पुराना माल बाहर भेजने की अनुमति दी है, लेकिन पूरे शहर में नाकेबंदी लगी है। ऐसे में बार्डर से ट्रांसपोर्ट कंपनियों तक गाड़ियां कैसे आएंगी। प्रशासन को ऐसी व्यवस्था करनी चाहिए, जिससे गाड़ियां अंदर आ सकें।