पचवान की काशीराम कॉलोनी का हो गया तबादला, बनेंगे प्रमाण पत्र
फीरोजाबाद, राजीव शर्मा। शहर से तीन किलोमीटर दूर बसी पचवान काशीराम आवासीय कॉलोनी का तबादला ग्राम पंचायत में हो गया है। सालों से शहर और गांव के बीच झूल रही थी। जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र की जिम्मेदारी ग्राम पंचायत को सौंपी गई है। यहां करीब
फीरोजाबाद, राजीव शर्मा। शहर से तीन किलोमीटर दूर बसी पचवान काशीराम आवासीय कॉलोनी में रहने वाले सैंकड़ों गरीब परिवारों को कभी शहरवासी होने का गुमान था। समय के साथ हालात बदले तो यह बस्ती शहर और गांव के बीच फंस गई। समस्याएं बढ़ीं तो प्रशासन ने अब बस्ती का 'तबादला' शहर से गांव में कर दिया है। जन्म-मृत्यु आदि प्रमाण पत्र अब ग्राम पंचायत से जारी होंगे।
बसपा शासन में गरीब और बेघर लोगों के लिए जलेसर रोड के किनारे गांव पचवान में आवासीय कॉलोनी का निर्माण कराया गया था। यहां दो चरणों में करीब एक हजार आवास बनवाए गए हैं। इनमें रहने वाले लोगों को राशन और पेंशन जैसी योजनाओं का लाभ लेने में काफी मुश्किल होती है। जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र तो वे लोग बनवा ही नहीं पाते। वजह है कि शहर की सीमा से बाहर होने के बाद भी यहां सफाई और जलापूर्ति का जिम्मा नगर निगम ने उठा रखा है, लेकिन बात जब जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र जारी करने की आती थी, जो निगम हाथ खींच लेता था।
मृत्यु प्रमाण पत्र जारी न होने से कई परिवार राष्ट्रीय पारिवारिक लाभ योजना का लाभ नहीं ले पाए। ये मामला डीएम नेहा शर्मा तक पहुंचा। उन्होंने नगर निगम और पंचायती राज विभाग से इस संबंध में रिपोर्ट मांगी। इसके बाद तय हुआ कि कॉलोनी में किसी बच्चे के जन्म या व्यक्ति की मृत्यु का प्रमाण पत्र अब ग्राम पंचायत जारी करेगी। निगम और पंचायत चुनाव में नहीं दे पाते वोट:
कॉलोनी में रहने वाले परिवार लोकसभा और विधानसभा चुनाव में तो मतदान करते हैं, लेकिन वे नगर निगम और ग्राम पंचायत के चुनाव में वोट नहीं डाल पाते। इस कारण यहां विकास कार्य भी प्रभावित होते हैं। कॉलोनी में काफी गंदगी है। सीवर लाइन क्षतिग्रस्त है। जलापूर्ति की स्थिति भी दयनीय है। कॉलोनी में रहने वाले लोग प्रधानी के चुनाव में वोट नहीं देते। इसलिए वहां पंचायत निधि से विकास कार्य नहीं कराए जा सकते, लेकिन जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र जारी करने के निर्देश पंचायत सचिव को दिए गए हैं।
गिरीशचंद्र, जिला पंचायत राज अधिकारी