प्रशिक्षु पीसीएस ने जिले में देखे कांच से बनते आयटम, रह गए हैरान
फीरोजाबाद (जागरण संवाददाता): वाउ.. वाट्स ए सरप्राइज। यह कहना था लखनऊ से जिले में आए प्रशिक्षु पीसीएस का। बिना मशीन के बिना रुके काम करते मजदूरों को देख सभी हैरान रह गए।
फीरोजाबाद (जागरण संवाददाता): वाउ.. वाट्स ए सरप्राइज। कांच नगरी में आए प्रशिक्षु पीसीएस गर्म कांच से खेलते कारीगरों को देख हैरान रह गए। हुनरमंदों का बेहतर टाइम मैनेजमेंट। सैकड़ों डिग्री तापमान पर तपता हुआ लाल कांच की रॉड भट्ठी से बाहर आते ही एक हाथ से दूसरे में होते हुए कारीगरों तक पहुंचती। एक भी मशीन नहीं, लेकिन इसके बाद भी सब कुछ ऐसे था किसी भी कारीगर को न तो इंतजार करना पड़ता और न कोई रुकता।
फीरोजाबाद के लोगों के लिए यह भले ही आम हो, लेकिन लखनऊ की राज्य प्रशासनिक अकादमी से आए प्रशिक्षु पीसीएस के लिए एक दम नया था। सन 2014 से 2016 बैच के 40 प्रशिक्षु मंगलवार को फीरोजाबाद आए। उपायुक्त उद्योग शरद टंडन एवं सहायक श्रमायुक्त राजीव कुमार ¨सह के साथ वह ओम ग्लास पहुंचे। यहां पर युवा उद्यमी अनुराग गुप्ता ने उन्हें फैक्ट्री दिखाई। माउथ ब्लोइंग कारखाने में कांच को बनते देखा तो ऑटोमैटिक प्लांट भी। करीब ढाई घंटे तक वह यहां रुके। इस दौरान कांच उत्पादों से जुड़ी जानकारी ली। फैक्ट्री परिसर में बने स्टेडियम पर क्रिकेट का लुत्फ भी उठाया। उद्योगपति प्रदीप गुप्ता ने कांच उद्यमियों की तरफ से प्रशिक्षु पीसीएस को उपहार भेंट किए। नहीं देख पाए चूड़ी निर्माण :
प्रशिक्षु पीसीएस को चूड़ी फैक्ट्री देखनी थी, लेकिन कांच फैक्ट्रियों के हुनर में वह इस कदर खो गए कि वक्त का पता नहीं चला। यहां से साढ़े तीन बजे करीब फुर्सत मिली, लेकिन तब तक चूड़ी कारखाने बंद हो गए थे। ऐसे में चूड़ी बनते देखने का प्रोग्राम भी अधूरा रह गया।