विराट संत सम्मेलन व महायज्ञ की तैयारियां तेज
जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद: अखिल भारतीय सोहम महामंडल के तत्वावधान में विराट संत सम्मेलन, भा
जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद: अखिल भारतीय सोहम महामंडल के तत्वावधान में विराट संत सम्मेलन, भागवत कथा व गायत्री महायज्ञ का आयोजन 15 दिसंबर को भव्य कलश यात्रा के साथ शुरू होगा। 651 सौभाग्यवती सुहागिनों की यह यात्रा राधा कृष्ण मंदिर से प्रारंभ होगी। इसके लिए समिति की तैयारियां अंतिम चरण में हैं। जगह-जगह तोरण द्वार बनाए जाएंगे।
यह जानकारी रविवार को रामलीला मैदान स्थित समिति कार्यालय में हुई पत्रकार वार्ता में संयोजक चंद्रप्रकाश शर्मा व सचिव द्विजेंद्र मोहन शर्मा ने दी। बताया सोहम महामंडल के पीठाधीश्वर स्वामी विवेकानंद महाराज की अध्यक्षता में रामलीला मैदान में होने वाले कार्यक्रम में देशभर से संत व महापुरुष आ रहे हैं। संत व महापुरुष 15 से 22 दिसंबर तक प्रतिदिन दोपहर दो बजे से शाम पांच बजे तक प्रवचन व आध्यात्म पर चर्चा करेंगे। साथ ही सुबह सात बजे से गायत्री महायज्ञ व सुबह नौ बजे से दोपहर 12 बजे तक भागवत कथा का आयोजन होगा। आचार्य रामगोपाल शास्त्री कथा का वाचन करेंगे। कलश यात्रा सोहम पीठ के उत्तराधिकारी स्वामी सत्यानंद महाराज की अध्यक्षता में संपन्न कराई जाएगी। शुभारंभ संतोष अग्रवाल व पंकज अग्रवाल करेंगे। परीक्षत यजमान जीके शर्मा व वंदना शर्मा तथा यज्ञपति यजमान ओमप्रकाश शर्मा व मालती शर्मा होंगे। कार्यक्रम के समापन पर विशाल भंडारा होगा। वार्ता में अभिषेक मित्तल चंचल, दिनेश लहरी, संजय अग्रवाल, गोपाल बिहारी, हरीओम वर्मा, प्रवीन अग्रवाल, सर्वेश दीक्षित, उमाकांत पचौरी, दिव्य प्रकाश परिहार, अनुग्रह गोपाल, शिवनारायण व प्रमोद राजौरिया मौजूद थे।
ये आएंगे संत : अनंत विभूषित स्वामी सत्यानंद महाराज वृंदावन, महामंडलेश्वर स्वामी धर्मदेव महाराज पटौदी, स्वामी शिव चेतन महाराज अंबाला, स्वामी शुकदेवा नंद महाराज ऋषिकेश, वेदांताचार्य स्वामी अभिरामदास महाराज जूनागढ़, स्वामी ज्ञानानंद महाराज राजघाट, स्वामी अनंतानंद महाराज मैनपुरी, स्वामी अद्वैत स्वरूप महाराज वृंदावन, स्वामी प्रीतमदास महाराज वृंदावन, स्वामी नारायणानंद महाराज हरिद्वार, स्वामी प्रज्ञानंद महाराज उज्जैन, निगमानंद महाराज सोरों घाट, स्वामी परमानंद महाराज नगला गुलाल, स्वामी रामानंद महाराज आदिबद्री, स्वामी विजयानंद महाराज वृंदावन, स्वामी गीतानंद महाराज वृंदावन, स्वामी गौरव स्वरूप महाराज वृंदावन और स्वामी भाष्कर स्वरूप महाराज वृंदावन आएंगे।