बोले उलमा सभी धार्मिक स्थल खुलवाए सरकार
बोले उलमा सभी धार्मिक स्थल खुलवाए सरकार
जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद: दो महीने से भी अधिक समय से बंद मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारे और चर्च खुलवाने के लिए मुख्यमंत्री से मांग की गई है। शहर के उलमाओं ने इस संबंध में एक ज्ञापन सिटी मजिस्ट्रेट को सौंपा। उलमाओं का कहना है कि इस आपदा से बचने के लिए हमें ईश्वर को उसके घर जाकर मनाना होगा।
ज्ञापन सौंपते समय इस्लामिक सेंटर के पदाधिकारी एवं उलमाओं ने कहा कि कोविड-19 महामारी के चलते दो महीन माह से अधिक समय सभी धार्मिक स्थल बंद हैं। लॉक डाउन-5 भी लागू होने की आशंका है। ऐसे में कर्नाटक सरकार ने लोक डाउन में ढील देते हुए धार्मिक स्थल खोलने की छूट दे दी है। इससे प्रेरणा मिलती है कि अब वो समय आ गया है कि जब हम इस महामारी से बचने के लिए ईश्वर, अल्लाह, वाहे गुरू और गॉड को मनाएं। इसके लिए उसके घर में जाकर प्रार्थना की जाए तभी इस महामारी का अंत होगा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ से अपील की है कि वह सभी धार्मिक स्थलों को खोलने की अनुमति दें। इनमें शारीरिक दूरी और मास्क की अनिवार्यता रखी जाए। धार्मिक स्थल केवल पूजा और इबादत के लिए ही खोले जाएं। किसी भी प्रकार का पर्व या धार्मिक कार्यक्रम की अनुमति न दें। सभी ने उम्मीद जताते हुए कहा कि धार्मिक स्थल लोगों को शारीरिक दूरी का पालन कराने और मास्क पहनने के लिए जागरूक करने के बड़े केंद्र साबित होंगे। इस दौरान आलम मुस्तफा याकूबी, मौलाना शफी, मौलाना फारुक, मौलाना आदम मुस्तफा, मुफ्ती कासिम रजी, हाफिज उस्मान, मौलाना अमीन अख्तर, मुफ्ती तनवीर और कारी नईम आदि रहे।