जिला मुख्यालय पर फरियादियों का टोटा, तहसील में लौटी रौनक
जिला मुख्यालय पर फरियादियों का टोटा तहसील में लौटी रौनक
जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद: ऑनलाक-1 के पहले दिन जिला मुख्यालय पर फरियादियों का टोटा रहा, जबकि तहसीलों में रौनक लौट आई। जिला मुख्यालय स्थिति विभिन्न कार्यालयों में गिने चुने फरियादी पहुंचे। तहसील में वकीलों के चैंबरों में चहल-पहल नजर आई। दोनों उपनिबंधन कार्यालय में अधिकारी, कर्मचारी भी समय से पहुंचे। कोरोना संक्रमण से बचने के लिए कार्यालय में शारीरिक दूरी का सख्ती से पालन कराया गया।
25 मार्च से हुए लॉकडाउन के बाद जिले की पांचों तहसीलों में निबंधन कार्य पूरी तरह ठप हो गया था। हालांकि सरकार ने 16 अप्रैल से कार्यालय खोलने के साथ ऑनलाइन रजिस्ट्री कराने के निर्देश दिए थे, लेकिन अधिवक्ताओं के विरोध के चलते कामकाज शुरू नहीं हो सका। सरकार के आदेश का अधिवक्ताओं ने विरोध करते हुए कार्य बहिष्कार कर दिया था। सोमवार से जिला मुख्यालय एवं कार्यालय खुलने के साथ तहसीलों में भी कार्य शुरू हो गया।
कलक्ट्रेट, विकास भवन, एसएसपी कार्यालय सहित अन्य विभागों में अधिकारी और कर्मचारी सुबह दस बजे पहुंच गए। सभी की थर्मल स्क्रिनिग और सैनिटाइजर से हाथ धुलने के बाद ही प्रवेश मिला। इस दौरान जो फरियादी पहुंचे उनकी भी जांच करने के बाद संबंधित कार्यालय में जाने दिया। सदर तहसील में अधिवक्ता, बैनामा लेखक, स्टांप बैंडर, टाइपिस्ट, फोटोग्राफर सहित बैनामा प्रक्रिया से जुड़े कर्मचारी सुबह 11 बजे तहसील पहुंचना शुरू हुए। सब रजिस्ट्रार प्रथम पीपी चौरसिया ने बताया कि पहले दिन पांच बैनामा व एक वसीयत हुई है, जिससे 1.45 लाख का राजस्व प्राप्त हुआ है। वहीं सबरजिस्ट्रार द्वितीय एसआर जौहरी ने बताया कि हमारे कार्यालय में कोई बैनामा नहीं हुआ है। धीमे-धीमे कार्य में तेजी आई। वहीं टूंडला में 12 बैनामा हुए। सबरजिस्ट्रार सगीर खान ने बताया कि पहले दिन 12 बैनामा होने पर 14.14 लाख का राजस्व प्राप्त हुआ है। निबंधन लिपिक जितेंद्र यादव ने बताया कि लॉकडाउन के कारण लंबे समय से लोग जमीन खरीदने वाले रजिस्ट्री कराने के लिए कार्यालय खुलने का इंतजार कर रहे थे। कुछ दिनों बाद कार्य पटरी पर लौटेगा।