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ब्लोइंग कारखानों में सन्नाटा, डीएम तक पहुंचे श्रमिक

जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद: माउथ ब्लोइंग कारखानों के प्रबंधन और श्रमिकों के बीच समझौता नहीं हो सका है। इसके बाद श्रमिक जिलाधिकारी मिले।

By JagranEdited By: Published: Thu, 05 Apr 2018 09:54 PM (IST)Updated: Thu, 05 Apr 2018 09:54 PM (IST)
ब्लोइंग कारखानों में सन्नाटा, डीएम तक पहुंचे श्रमिक

जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद: माउथ ब्लोइंग कारखानों के प्रबंधन और श्रमिकों के बीच समझौता न होने से गुरुवार को कामकाज ठप रहा। मेहनताना बढाने के लिए श्रमिकों ने बुधवार को सहायक श्रमायुक्त कार्यालय में ज्ञापन सौंपा था, जिसके बाद बैठक नहीं हो पाई। इसके बाद मामला डीएम तक पहुंच गया। श्रमिक नेताओं ने डीएम से मुलाकात कर समाधान कराने की मांग की है।

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महंगाई के आधार पर वेतनवृद्धि व बोनस की मांग को लेकर सोमवार से कारखाना श्रमिकों ने आंदोलन शुरू किया था। अगले दिन हड़ताल हो गई और कई कारखानों में काम नहीं लगा। वहीं बुधवार को दिन में काम नहीं लगा, मगर शाम को कुछ कारखानों में कामकाज शुरू हो गया था। श्रमिकों की मांग थी कि कारखाना मालिक उनकी मांगों पर विचार कर आश्वासन दें। गुरुवार को इस संबंध में बात आगे नहीं बढ़ी। इसके बाद कांच उद्योग क्रांतिकारी मजदूर संघ के भूरी ¨सह यादव, नवल ¨सह आदि ने मजदूरों के साथ डीएम नेहा शर्मा से मुलाकात की। नेताओं का कहना था कि ग्लास वेयर, माउथ ब्लोइंग, हैड लाइट और टैंक फर्नेश से संबंधित कारखानों में महंगाई को देखते हुए वेतन वृद्धि की जानी चाहिए। इसके साथ ही श्रमिकों के नाम फार्म नंबर 12 पर दर्ज किए जाएं और हाजिरी कार्ड देते हुए सरकार की ओर से दी जानेवाली सुविधाएं भी दिलाई जाए। श्रमिकों की मांग है कि मेहनताने में 50 रुपये प्रतिदिन की वृद्धि तथा कार्यदिवस आठ घंटे का तय किया जाए।


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